52. सो तू ने जो अपनी बहिनों का न्याय किया, इस कारण लज्जित हो, क्योंकि तू ने उन से बढ़कर घृणित पाप किए हैं; इस कारण वे तुझ से कम दोषी ठहरी हैं। सो तू इस बात से लज्जा कर और लजाती रह, क्योंकि तू ने अपनी बहिनों को कम दोषी ठहराया है।
52. Bear your disgrace, you also, for you have made judgment favorable to your sisters; because of your sins in which you acted more abominably than they, they are more in the right than you. So be ashamed, you also, and bear your disgrace, for you have made your sisters appear righteous.