Isaiah - यशायाह 60 | View All

1. उठ, प्रकाशमान हो; क्योंकि तेरा प्रकाश आ गया है, और यहोवा का तेज तेरे ऊपर उदय हुआ है।
इफिसियों 5:14, लूका 1:78-79, यूहन्ना 1:14, प्रकाशितवाक्य 21:11-23

1. ARISE [from the depression and prostration in which circumstances have kept you--rise to a new life]! Shine (be radiant with the glory of the Lord), for your light has come, and the glory of the Lord has risen upon you! [Zech. 8:23.]

2. देख, पृथ्वी पर तो अन्धियारा और राज्य राज्य के लोगों पर घोर अन्धकार छाया हुआ है; परन्तु तेरे ऊपर यहोवा उदय होगा, और उसका तेज तुझ पर प्रगट होगा।
प्रकाशितवाक्य 21:24, लूका 1:78-79, यूहन्ना 1:14, प्रकाशितवाक्य 21:11-23

2. For behold, darkness shall cover the earth, and dense darkness [all] peoples, but the Lord shall arise upon you [O Jerusalem], and His glory shall be seen on you. [Isa. 60:19-22; Mal. 4:2; Rev. 21:2, 3.]

3. और अन्यजातियां तेरे पास प्रकाश के लिये और राजा तेरे आरोहण के प्रताप की ओर आएंगे।।
प्रकाशितवाक्य 21:24

3. And nations shall come to your light, and kings to the brightness of your rising. [Isa. 2:2, 3; Jer. 3:17.]

4. अपनी आंखें चारो ओर उठाकर देख; वे सब के सब इकट्ठे होकर तेरे पास आ रहे हैं; तेरे पुत्रा दूर से आ रहे हैं, और तेरी पुत्रियां हाथों- हाथ पहुंचाई जा रही हैं।

4. Lift up your eyes round about you and see! They all gather themselves together, they come to you. Your sons shall come from afar, and your daughters shall be carried and nursed in the arms.

5. तब तू इसे देखेगी और तेरा मुख चमकेगा, तेरा हृदय थरथराएगा और आनन्द से भर जाएगा; क्योंकि समुद्र का सारा धन और अन्यजातियों की धन- सम्पति तुझ को मिलेगी।
प्रकाशितवाक्य 21:24

5. Then you shall see and be radiant, and your heart shall thrill and tremble with joy [at the glorious deliverance] and be enlarged; because the abundant wealth of the [Dead] Sea shall be turned to you, unto you shall the nations come with their treasures. [Ps. 119:32.]

6. तेरे देश में ऊंटों के झुण्ड और मिद्यान और एपादेशों की साड़नियां इकट्ठी होंगी; शिबा के सब लोग आकर सोना और लोबान भेंट लाएंगे और यहोवा का गुणानुवाद आनन्द से सुनाएंगे।
मत्ती 2:11

6. A multitude of camels [from the eastern trading tribes] shall cover you [Jerusalem], the young camels of Midian and Ephah; all the men from Sheba [who once came to trade] shall come, bringing gold and frankincense and proclaiming the praises of the Lord. [Matt. 2:11.]

7. केदार की सब भेड़- बकरियां इकट्ठी होकर तेरी हो जाएंगी, नबायोत के मेढ़े तेरी सेवा टहल के काम में आएंगे; मेरी वेदी पर वे ग्रहण किए जाएंगे और मैं अपने शोभायमान भवन को और भी प्रतापी कर दूंगा।।
मत्ती 21:13

7. All the flocks of Kedar shall be gathered to you [as the eastern pastoral tribes join the trading tribes], the rams of Nebaioth shall minister to you; they shall come up with acceptance on My altar, and My glorious house I will glorify.

8. ये कौन हैं जो बादल की नाई और दर्बाओं की ओर उड़ते हुए कबूतरों की नाई चले आते हैं?

8. Who are these who fly like a cloud, and like doves to their windows?

9. निश्चय द्वीप मेरी ही बाट देखेंगे, पहिले तो तर्शीश के जहाज आएंगे, कि, मेरे पुत्रों को सोने चान्दी समेत तेरे परमेश्वर यहोवा अर्थात् इस्राएल के पवित्रा के नाम के निमित्त दूर से पहुंचाए, क्योंकि उस ने तुझे शोभायमान किया है।।

9. Surely the isles and distant coastlands shall wait for and expect Me; and the ships of Tarshish [shall come] first, to bring your sons from afar, their silver and gold with them, for the name of the Lord your God, for the Holy One of Israel, because He has beautified and glorified you.

10. परदेशी लोग तेरी शहरपनाह को उठाएंगे, और उनके राजा तेरी सेवा टहल करेंगे; क्योंकि मैं ने क्रोध में आकर तुझे दु:ख दिया था, परन्तु अब तुझ से प्रसन्न होकर तुझ पर दया की है।
प्रकाशितवाक्य 21:24-25

10. Foreigners shall build up your walls, and their kings shall minister to you; for in My wrath I smote you, but in My favor, pleasure, and goodwill I have had mercy, love, and pity for you.

11. तेरे फाटक सदैव खुले रहेंगे; दिन और रात वे बन्द न किए जाएंगे जिस से अन्यजातियों की धन- सम्पत्ति और उनके राजा बंधुए होकर तेरे पास पहुंचाए जाएं।
प्रकाशितवाक्य 21:24-25

11. And your gates shall be open continually, they shall not be shut day or night, that men may bring to you the wealth of the nations--and their kings led in procession [your voluntary captives]. [Rev. 21:24-27.]

12. क्योंकि जो जाति और राज्य के लोग तेरी सेवा न करें वे नष्ट हो जाएंगे; हां ऐसी जातियां पूरी रीति से सत्यानाश हो जाएंगी।

12. For the nation and kingdom that will not serve you in that day [Jerusalem] shall perish; yes, those nations shall be utterly laid waste.

13. लबानोन का विभव अर्थात् सनौबर और देवदार और सीधे सनौबर के पेड़ एक सािा तेरे पास आएंगे कि मेरे पवित्रास्थान को सुशोभित करें; और मैं अपने चरणों के स्थान को महिमा दूंगा।

13. The glory of Lebanon shall come to you, the cypress, the plane, and the pine [trees] together, to beautify the place of My sanctuary; and I will make the place of My feet glorious.

14. तेरे दु:ख देनेवालों की सन्तान तेरे पास सिर झुकाए हुए आंएगें; और जिन्हों ने तेरा तिरस्कार किया सब तेरे पांवों पर गिरकर दण्डवत् करेंगे; वे तेरा नाम यहोवा का नगर, इस्राएल के पवित्रा का सिरयोन रखेंगे।।
प्रकाशितवाक्य 3:9

14. The sons of those who afflicted you shall come bending low to you, and all those who despised you shall bow down at your feet, and they shall call you the City of the Lord, the Zion of the Holy One of Israel. [Rev. 3:9.]

15. तू जो त्यागी गई और घृणित ठहरी, यहां तक कि कोई तुझ में से होकर नहीं जाता था, इसकी सन्ती मैं तुझे सदा के घमण्ड का और पीढ़ी पीढ़ी के हर्ष का कारण ठहराऊंगा।

15. Whereas you have been forsaken and hated, so that no man passed through you, I will make you [Jerusalem] an eternal glory, a joy from age to age.

16. तू अन्यजातियों का दूध पी लेगी, तू राजाओं की छातियां चूसेगी; और तू जान लेगी कि मैं याहवेा तेरा उद्धारकर्त्ता और तेरा छुड़ानेवाला, याकूब का सर्वशक्तिमान हूं।।

16. You shall suck the milk of the [Gentile] nations and shall suck the breast of kings; and you shall recognize and know that I, the Lord, am your Savior and your Redeemer, the Mighty One of Jacob.

17. मैं पीतल की सन्ती लोहा, लोहे की सन्ती चान्दी, लकड़ी की सन्ती पीतल और पत्थर की सन्ती लोहा लाऊंगा। मैं तेरे हाकिमों को मेल- मिलाप और चौधरियों को धार्मिकता ठहराऊंगा।

17. Instead of bronze I will bring gold, and instead of iron I will bring silver; and instead of wood, bronze, and instead of stones, iron. [Instead of the tyranny of the present] I will appoint peace as your officers and righteousness as your taskmasters.

18. तेरे देश में फिर कभी उपद्रव और तेरे सिवानों के भीतर उत्पात वा अन्धेर की चर्चा न सुनाई पड़ेगी; परन्तु तू अपनी शहरपनाह का नाम उद्धार और अपने फाटकों का नाम यश रखेगी।

18. Violence shall no more be heard in your land, nor devastation or destruction within your borders, but you shall call your walls Salvation and your gates Praise.

19. फिर दिन को सूर्य तेरा उजियाला न होगा, न चान्दनी के लिये चन्द्रमा परन्तु यहोवा तेरे लिये सदा का उजियाला और तेरा परमेश्वर तेरी शोभा ठहरेगा।
प्रकाशितवाक्य 21:11-23, प्रकाशितवाक्य 22:5

19. The sun shall no more be your light by day, nor for brightness shall the moon give light to you, but the Lord shall be to you an everlasting light, and your God your glory and your beauty. [Jer. 9:23, 24; Rev. 21:23.]

20. तेरा सूर्य फिर कभी अस्त न होगा और न तेरे चन्द्रमा की ज्योति मलिन होगी; क्योंकि यहोवा तेरी सदैव की ज्योति होगा और तरे विलाप के दिन समाप्त हो जाएंगे।

20. Your sun shall no more go down, nor shall your moon withdraw itself, for the Lord shall be your everlasting light, and the days of your mourning shall be ended.

21. और तेरे लोग सब के सब धर्मी होंगे; वे सर्वदा देश के अधिकारी रहेंगे, वे मेरे लगाए हुए पौधे और मेरे हाथों का काम ठहरेंगे, जिस से मेरी महिमा प्रगट हो।
2 पतरस 3:13

21. Your people also shall all be [uncompromisingly and consistently] righteous; they shall possess the land forever, the branch of My planting, the work of My hands, that I may be glorified.

22. छोटे से छोटा एक हजार हो जाएगा और सब से दुर्बल एक सामर्थी जाति बन जाएगा। मैं यहोवा हूं; ठीक समय पर यह सब कुछ शीघ्रता से पूरा करूंगा।।

22. The least one shall become a thousand [a clan], and the small one a strong nation. I, the Lord, will hasten it in its [appointed] time.



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