33. अर्थात् भेंट की रोटी और नित्य अन्नबलि और नित्य होमबलि के लिये, और विश्रामदिनों और नये चान्द और नियत पब्ब के बलिदानों और और पवित्रा भेंटों और इस्राएल के प्रायश्चित्त के निमित्त पाप बलियों के लिये, निदान अपने परमेश्वर के भवन के सारे काम के लिये।
33. to the looues of settyngforth, and to the euerlastynge sacrifice, `and in to brent sacrifice euerlastynge, in sabatis, in calendis, `that is, bigynnyngis of monethis, in solempnytees, in halewid daies, and for synne, that `me preie for Israel, and in to al the vss of the hows of oure God.