3. योआब ने राजा से कहा, प्रजा के लोग कितने ही क्यों न हों, तेरा परमेश्वर यहोवा उनको सौगुणा बढ़ा दे, और मेरा प्रभु राजा इसे अपनी आंखों से देखने भी पाए; परन्तु, हे मेरे प्रभु, हे राजा, यह बात तू क्यों चाहता है?
3. Ioab sayde vnto the kynge: The LORDE thy God adde vnto this people an hundreth tymes as moch as it is now, that my lorde the kynge maye se his eyes lust theron. But why hath my lorde the kynge a desyre to this thinge?