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1. फिर मै ने एक स्वर्गदूत को स्वर्ग से उतरते देखा; जिस के हाथ में अथाह कुंड की कुंजी, और एक बड़ी जंजीर थी।
1. Then I saw an angel come down from heaven with the key of the Abyss in his hand and an enormous chain.
2. और उस ने उस अजगर, अर्थात् पुराने सांप को, जो इब्लीस और शैतान है; पकड़ के हजार वर्ष के लिये बान्ध दिया।उत्पत्ति 3:1, जकर्याह 3:1-2
2. He overpowered the dragon, that primeval serpent which is the devil and Satan, and chained him up for a thousand years.
3. और उसे अथाह कुंड में डालकर बन्द कर दिया और उस पर मुहर कर दी, कि वह हजार वर्ष के पूरे होने तक जाति जाति के लोगों को फिर न भरमाए; इस के बाद अवश्य है, कि थोड़ी देर के लिये फिर खोला जाए।।
3. He hurled him into the Abyss and shut the entrance and sealed it over him, to make sure he would not lead the nations astray again until the thousand years had passed. At the end of that time he must be released, but only for a short while.
4. फिर मैं ने सिंहासन देखे, और उन पर लोग बैठ गए, और उन को न्याय करने का अधिकार दिया गया; और उन की आत्माओं को भी देखा, जिन के सिर यीशु की गवाही देने और परमेश्वर के वचन के कारण काटे गए थे; और जिन्हों ने न उस पशु की, और न उस की मूरत की पूजा की थी, और न उस की छाप अपने माथे और हाथों पर ली थी; वे जीवित होकर मसीह के साथ हजार वर्ष तक राज्य करते रहे।दानिय्येल 7:9, दानिय्येल 7:22
4. Then I saw thrones, where they took their seats, and on them was conferred the power to give judgement. I saw the souls of all who had been beheaded for having witnessed for Jesus and for having preached God's word, and those who refused to worship the beast or his statue and would not accept the brand-mark on their foreheads or hands; they came to life, and reigned with Christ for a thousand years.
5. और जब तक ये हजार वर्ष पूरे न हुए तक तक शेष मरे हुए न जी उठे; यह तो पहिला मृत्कोत्थान है।दानिय्येल 7:27
5. The rest of the dead did not come to life until the thousand years were over; this is the first resurrection.
6. धन्य और पवित्रा वह है, जो इस पहिले पुनरूत्थान का भागी है, ऐसों पर दूसरी मृत्यु का कुछ भी अधिकार नहीं, पर वे परमेश्वर और मसीह के याजक होंगे, और उसके साथ हजार वर्ष तक राज्य करेंगे।।निर्गमन 19:6, यशायाह 61:6
6. Blessed and holy are those who share in the first resurrection; the second death has no power over them but they will be priests of God and of Christ and reign with him for a thousand years.
7. और जब हजार वर्ष पूरे हो चुकेंगे; तो शैतान कैद से छोड़ दिया जाएगा।
7. When the thousand years are over, Satan will be released from his prison
8. और उन जातियों को जो पृथ्वी के चारों ओर होंगी, अर्थात् याजूज और माजूज को जिन की गिनती समुद्र की बालू के बराबर होगी, भरमाकर लड़ाई के लिये इकट्ठे करने को निकलेगा।यहेजकेल 7:2, यहेजकेल 38:2
8. and will come out to lead astray all the nations in the four quarters of the earth, Gog and Magog, and mobilise them for war, his armies being as many as the sands of the sea.
9. और वे सारी पृथ्वी पर फैल जाएंगी; और पवित्रा लोगों की छावनी और प्रिय नगर को घेर लेंगी: और आग स्वर्ग से उतरकर उन्हें भस्म करेगी।2 राजाओं 1:10, यिर्मयाह 11:15, यिर्मयाह 12:7, यहेजकेल 39:6, हबक्कूक 1:6
9. They came swarming over the entire country and besieged the camp of the saints, which is the beloved City. But fire rained down on them from heaven and consumed them.
10. और उन का भरमानेवाला शैतान आग और गन्धक की उस झाील में, जिस में वह पशु और झूठा भविष्यद्वक्ता भी होगा, डाल दिया जाएगा, और वे रात दिन युगानुयुग पीड़ में तड़पते रहेंगे।।उत्पत्ति 19:24, भजन संहिता 11:6, यशायाह 30:33, यहेजकेल 38:22
10. Then the devil, who led them astray, was hurled into the lake of fire and sulphur, where the beast and the false prophet are, and their torture will not come to an end, day or night, for ever and ever.
11. फिर मैं ने एक बड़ा श्वेत सिंहासन और उस को जो उस पर बैठा हुआ है, देखा, जिस के साम्हने से पृथ्वी और आकाश भाग गए, और उन के लिये जगह न मिली।भजन संहिता 114:3, भजन संहिता 114:7, यशायाह 6:1, दानिय्येल 2:35, दानिय्येल 7:9
11. Then I saw a great white throne and the One who was sitting on it. In his presence, earth and sky vanished, leaving no trace.
12. फिर मैं ने छोटे बड़े सब मरे हुओं को सिंहासन के साम्हने खड़े हुए देखा, और पुस्तकें खोली गई; और फिर एक और पुस्तक खोली गईं; और फिर एक और पुस्तक खोली गई, अर्थात् जीवन की पुस्तक; और जैसे उन पुस्तकों में लिखा हुआ था, उन के कामों के अनुसार मरे हुओं का न्याय किया गया।निर्गमन 32:33, भजन संहिता 28:4, भजन संहिता 62:12, भजन संहिता 69:28, नीतिवचन 24:12, यशायाह 59:18, यिर्मयाह 17:10, दानिय्येल 7:10, दानिय्येल 12:1
12. I saw the dead, great and small alike, standing in front of his throne while the books lay open. And another book was opened, which is the book of life, and the dead were judged from what was written in the books, as their deeds deserved.
13. और समुद्र ने उन मरे हुओं को जो उस में थे दे दिया, और मृत्यु और अधोलोक ने उन मरे हुओं को जो उन में थे दे दिया; और उन में से हर एक के कामों के अनुसार उन का न्याय किया गया।भजन संहिता 28:4, भजन संहिता 62:12, नीतिवचन 24:12, यशायाह 59:18, यिर्मयाह 17:10
13. The sea gave up all the dead who were in it;
14. और मृत्यु और अधोलोक भी आग की झील में डाले गए; यह आग की झील में डाले गए; यह आग की झील तो दूसरी मृत्यु है।
14. Death and Hades were emptied of the dead that were in them; and every one was judged as his deeds deserved. Then Death and Hades were hurled into the burning lake. This burning lake is the second death;
15. और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया।।यशायाह 4:3, यशायाह 30:33, निर्गमन 32:33, भजन संहिता 69:28, दानिय्येल 12:1
15. and anybody whose name could not be found written in the book of life was hurled into the burning lake.