18. जिस से तुम राजाओं का मांस, ओर सरदारों का मांस, और शक्तिमान पुरूषों का मांस, और घाड़ों का, और उन के सवारों का मांस, और क्या स्वतंत्रा, क्या दास, क्या छोटे, क्या बड़े, सब लोगों का मांस खाओ।।
18. that ye may eat flesh of kings and flesh of captains, and flesh of mighty men and flesh of horses and of those that sit on them and the flesh of everyone, free and bond, both small and great.