3. वह उस की महिमा का प्रकाश, और उसके तत्व की छाप है, और सब वस्तुओं को अपनी सामर्थ के वचन से संभालता है: वह पापों को धोकर ऊंचे स्थानों पर महामहिमन के दहिने जा बैठा।
भजन संहिता 45:2, भजन संहिता 110:1
3. who being the brightness of [His] glory and the express image of His person, and upholding all things by the word of His power, when He had by Himself purged our sins, sat down at the right hand of the Majesty on high,