4. और यदि किसी विधवा के लड़केबाले या नातीपोते हों, तो वे पहिले अपने ही घराने के साथ भक्ति का बर्ताव करना, और अपने माता- पिता आदि को उन का हक देना सीखें, क्योंकि यह परमेश्वर को भाता है।
4. Howbeit, if, any widow, hath, children or grandchildren, let them be learning first, unto their own house, to be shewing reverence, and, returns, to be making unto their progenitors; for, this, is acceptable before God;