7. और यहूदा पर यह आशीर्वाद हुआ जो मूसा ने कहा, हे यहोवा तू यहूदा की सुन, और उसे उसके लोगों के पास पहुंचा। वह अपने लिये आप अपने हाथों से लड़ा, और तू ही उसके द्रोहियों के विरूद्ध उसका सहायक हो।।
7. And, this, is for Judah, when he said, Hear, O Yahweh, the voice of Judah, That unto his own people, thou wouldst bring him home, Let, his own hands, suffice him, And, a helper from his adversaries, do thou become.