17. वह प्रतापी है, मानो गया का पहिलौठा है, और उसके सींग बनैले बैल के से हैं; उन से वह देश देश के लोगों को, वरन पृथ्वी के छोर तक के सब मनुष्यों को ढकेलेगा; वे एप्रैम के लाखों लाख, और मनश्शे के हजारों हजार हैं।।
17. 'As the firstborn of his ox, majesty is his, And his horns are the horns of the wild ox; With them he will push the peoples, All at once, [to] the ends of the earth. And those are the ten thousands of Ephraim, And those are the thousands of Manasseh.'