26. और वहां गाय- बैल, वा भेड़- बकरी, वा दाखमधु, वा मदिरा, वा किसी भांति की वस्तु क्यों न हो, जो तेरा जी चाहे, उसे उसी रूपये से मोल लेकर अपने घराने समेत अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने खाकर आनन्द करना।
26. and bestowe that moneye on what soeuer thy soule lusteth after: on oxen shepe, wyne and good drynke, and on what soeuer thy soule desyreth, and eate there before the Lorde thy God and be mery: both thou and thyne housholde