24. और धन्यवाद करके उसे तोड़ी, और कहा; कि यह मेरी देह है, जो तुम्हारे लिये है: मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।
24. and having given thanks, he brake, and said, 'Take ye, eat ye, this is my body, that for you is being broken; this do ye -- to the remembrance of me.'