27. और यदि अविश्वायिों में से कोई तुम्हें नेवता दे, और तुम जाना चाहो, तो जो कुछ तुम्हारे साम्हने रखा जाए वही खाओ: और विवेक के कारण कुछ न पूछो।
27. If any of them which beleue not, byd you [to a feast] and ye be disposed to go, whatsoeuer is set before you, eat, asking no question for conscience sake.