9. क्योंकि यह कि व्यभिचार न करना, हत्या न करना; चोरी न करना; लालच न करना; और इन को छोड़ और कोई भी आज्ञा हो तो सब का सारांश इस बात में पाया जाता है, कि अपने पड़ोसी से अपने समान प्र्रेम रख।निर्गमन 20:13-16 तू खून न करना।।तू व्यभिचार न करना।।तू चोरी न करना।।तू किसी के विरूद्ध झूठी साक्षी न देना।।
लैव्यव्यवस्था 19:18 पलटा न लेना, और न अपने जाति भाइयों से बैर रखना, परन्तु एक दूसरे से अपने समान प्रेम रखना; मैं यहोवा हूं।
व्यवस्थाविवरण 5:17-20 तू हत्या न करना।।तू व्यभिचार न करना।।तू चोरी न करना।।तू किसी के विरूद्ध झूठी साक्षी न देना।।
व्यवस्थाविवरण 5:18-21 तू व्यभिचार न करना।।तू चोरी न करना।।तू किसी के विरूद्ध झूठी साक्षी न देना।।तू न किसी की पत्नी का लालच करना, और न किसी के घर का लालच करना, न उसके खेत का, न उसके दास का, न उसकी दासी का, न उसके बैल वा गदहे का, न उसकी किसी और वस्तु का लालच करना।।
यशायाह 42:21 यहोवा को अपनी धार्मिकता के निमित्त ही यह भाया है कि व्यवस्था की बड़ाई अधिक करे।