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1. हे भाइयो, मेरे मन की अभिलाषा और उन के लिये परमेश्वर से मेरी प्रार्थना है, कि वे उद्धार पाएं।
1. Brethren, mine hearts desire and prayer to God for Israel is, that they might be saued.
2. क्योंकि मैं उन की गवाही देता हूं, कि उन को परमेश्वर के लिये धुन रहती है, परन्तु बुद्धिमानी के साथ नहीं।
2. For I beare them record, that they haue the zeale of God, but not according to knowledge.
3. क्योंकि वे परमेश्वर की धार्मिकता से अनजान होकर, और अपनी धार्मिकता स्थापन करने का यत्न करके, परमेश्वर की धार्मिकता के आधीन न हुए।
3. For they, being ignorant of the righteousnes of God, and going about to stablish their owne righteousnes, haue not submitted themselues to the righteousnes of God.
4. क्योंकि हर एक विश्वास करनेवाले के लिये धार्मिकता के निमित्त मसीह व्यवस्था का अन्त है।
4. For Christ is the end of the Law for righteousnes vnto euery one that beleeueth.
5. क्योंकि मूसा ने यह लिखा है, कि जो मनुष्य उस धार्मिकता पर जो व्यवस्था से है, चलता है, वह इसी कारण जीवित रहेगा।लैव्यव्यवस्था 18:5
5. For Moses thus describeth the righteousnes which is of the Lawe, That the man which doeth these things, shall liue thereby.
6. परन्तु जो धार्मिकता विश्वास से है, वह यों कहती है, कि तू अपने मन में यह न कहना कि स्वर्ग पर कौन चढ़ेगा? (अर्थात् मसीह को उतार लाने के लिये!)व्यवस्थाविवरण 9:4, व्यवस्थाविवरण 30:12-14
6. But the righteousnes which is of faith, speaketh on this wise, Say not in thine heart, Who shall ascend into heauen? (that is to bring Christ from aboue)
7. या गहिराव में कौन उतरेगा? (अर्थात् मसीह को मरे हुओं में से जिलाकर ऊपर लाने के लिये!)
7. Or, Who shall descend into the deepe? (that is to bring Christ againe from the dead)
8. परन्तु क्या कहती है? यह, कि वचन तेरे निकट है, तेरे मुंह में और तेरे मन में है; यह वही विश्वास का वचन है, जो हम प्रचार करते हैं।
8. But what sayth it? The worde is neere thee, euen in thy mouth, and in thine heart. This is the worde of faith which we preach.
9. कि यदि तू अपने मुंह से यीशु को प्रभु जानकर अंगीकार करे और अपने मन से विश्वास करे, कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया, तो तू निश्चय उद्धार पाएगा।
9. For if thou shalt confesse with thy mouth the Lord Iesus, and shalt beleeue in thine heart, that God raised him vp from the dead, thou shalt be saued:
10. क्योंकि धार्मिकता के लिये मन से विश्वास किया जाता है, और उद्धार के लिये मुंह से अंगीकार किया जाता है।
10. For with the heart man beleeueth vnto righteousnes, and with the mouth man confesseth to saluation.
11. क्योंकि पवित्रा शास्त्रा यह कहता है कि जो कोई उस पर विश्वास करेगा, वह लज्जित न होगा।यशायाह 28:16
11. For the Scripture saith, Whosoeuer beleeueth in him, shall not be ashamed.
12. यहूदियों और यूनानियों में कुछ भेद नहीं, इसलिये कि वह सब का प्रभु है; और अपने सब नाम लेनेवालों के लिये उदार है।
12. For there is no difference betweene the Iewe and the Grecian: for he that is Lord ouer all, is rich vnto all, that call on him.
13. क्योंकि जो कोई प्रभु का नाम लेगा, वह उद्धार पाएगा।योएल 2:32
13. For whosoeuer shall call vpon the Name of the Lord, shalbe saued.
14. फिर जिस पर उन्हों ने विश्वास नहीं किया, वे उसका नाम क्योंकर लें? और जिस की नहीं सुनी उस पर क्योंकर विश्वास करें?
14. But how shall they call on him, in whome they haue not beleeued? and how shall they beleeue in him, of whom they haue not heard? and howe shall they heare without a preacher?
15. और प्रचारक बिना क्योंकर सुनें? और यदि भेजे न जाएं, तो क्योंकर प्रचार करें? जैसा लिखा है, कि उन के पांव क्या ही सोहावने हैं, जो अच्छी बातों का सुसमाचार सुनाते हैं।यशायाह 52:7, नहूम 1:15
15. And how shall they preach, except they be sent? as it is written, Howe beautifull are the feete of them which bring glad tidings of peace, and bring glad tidings of good things!
16. परन्तु सब ने उस सुसमाचार पर कान न लगाया: यशायाह कहता है, कि हे प्रभु, किस ने हमारे समाचार की प्रतीति की है?यशायाह 53:1
16. But they haue not all obeyed ye Gospel: for Esaias saith, Lord, who hath beleeued our report?
17. सो विश्वास सुनने से, और सुनना मसीह के वचन से होता है।
17. Then faith is by hearing, and hearing by the worde of God.
18. परन्तु मैं कहता हूं, क्या उन्हों ने नहीं सुना? सुना तो सही क्योंकि लिखा है कि उन के स्वर सारी पृथ्वी पर, और उन के वचन जगत की छोर तक पहुंच गए हैं।भजन संहिता 19:4
18. But I demaund, Haue they not heard? No doubt their sound went out through all the earth, and their wordes into the endes of the worlde.
19. फिर मैं कहता हूं। क्या इस्त्राएली नहीं जानते थे? पहिले तो मूसा कहता है, कि मैं उन के द्वारा जो जाति नहीं, तुम्हारे मन में जलन उपजाऊंगा, मैं एक मूढ़ जाति के द्वारा तुम्हें रिस दिलाऊंगा।व्यवस्थाविवरण 32:21
19. But I demaund, Did not Israel knowe God? First Moses sayth, I will prouoke you to enuie by a nation that is not my nation, and by a foolish nation I will anger you.
20. फिर यशायाह बड़े हियाव के साथ कहता है, कि जो मुझे नहीं ढूंढ़ते थे, उन्हों ने मुझे पा लिया: और जो मुझे पूछते भी न थे, उन पर मैं प्रगट हो गया।यशायाह 65:1-2
20. And Esaias is bolde, and saith, I was found of them that sought me not, and haue bene made manifest to them that asked not after me.
21. परन्तु इस्त्राएल के विषय में वह यह कहता है कि मैं सारे दिन अपने हाथ एक आज्ञा न माननेवाली और विवाद करनेवाली प्रजा की ओर पसारे रहा।।यशायाह 65:1-2
21. And vnto Israel hee sayth, All the day long haue I stretched foorth mine hand vnto a disobedient, and gainesaying people.