34. मैं ने सचमुच अपने लोगों की दुर्दशा को जो मिसर में है, देखी है; और उन की आह और उन का रोना सुन लिया है; इसलिये उन्हें छुड़ाने के लिये उतरा हूं। अब आ, मैं तुझे मिसर में भेंजूंगा।
निर्गमन 2:24, निर्गमन 3:7-10
34. I surely saw the affliction of My people in Egypt, and I have heard their groan, and I came down to pluck them out. And now, come, I will send you to' Egypt. Ex. 3:5, 7, 8a, 10a