14. परन्तु यह मैं तेरे साम्हने मान लेता हूं, कि जिस पन्थ को वे कुपन्थ कहते हैं, उसी की रीति पर मैं अपने बापदादों के परमेश्वर की सेवा करता हूं: और जो बातें व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों में लिखी है, उन सब की प्रतीति करता हूं।
14. But this I confess to you, however, that in accordance with the Way [of the Lord], which they call a [heretical, division-producing] sect, I worship (serve) the God of our fathers, still persuaded of the truth of and believing in and placing full confidence in everything laid down in the Law [of Moses] or written in the prophets;