11. अब देख, प्रभु का हाथ तुझ पर लगा है; और तू कुछ समय तक अन्धा रहेगा और सूर्य को न देखेगा: तब तुरन्त धुन्धलाई और अन्धेरा उस पर छा गया, और वह इधर उधर टटोलने लगा, ताकि कोई उसका हाथ पकड़के ले चले।
11. and now, lo, a hand of the Lord [is] upon thee, and thou shalt be blind, not seeing the sun for a season;' and presently there fell upon him a mist and darkness, and he, going about, was seeking some to lead [him] by the hand;