15. जब सांझ हुई, तो उसके चेलों ने उसके पास आकर कहा; यह तो सुनसान जगह है और देर हो रही है, लोगों को विदा किया जाए कि वे बस्तियों में जाकर अपने लिये भोजन मोल लें।
15. And when euen was come, his disciples came to him, saying, This is a desart place, and the time is alreadie past: let the multitude depart, that they may goe into the townes, and bye them vitailes.