8. लोग इधर उधर जाकर उसे बटोरते, और चक्की में पीसते वा ओखली में कूटते थे, फिर तसले में पकाते, और उसके फुलके बनाते थे; और उसका स्वाद तेल में बने हुए पुए का सा था।
8. And the people ranne here and there, & gathered it, & grounde it in Milles, and beate it in morters, and baked it in panes, and made cakes of it, and it had a taist like an oyle cake.