2. हे यहेावा, मैं तेरी कीर्त्ति सुनकर डर गया। हे यहोवा, वर्तमान युग में अपने काम को पूरा कर; इसी युग में तू उसको प्रकट कर; क्रोध करते हुए भी दया करना स्मरण कर।।
2. O LORD, I have heard your renown, and feared, O LORD, your work. In the course of the years revive it, in the course of the years make it known; in your wrath remember compassion!