2. जब वे घास खा चुकीं, तब मैं ने कहा, हे परमेश्वर यहोवा, क्षमा कर! नहीं तो याकूब कैसे स्थिर रह सकेगा? वह कितना निर्बल है!
2. And so it was, when they had finished eating the grass of the land, that I said: 'O Lord GOD, forgive, I pray! Oh, that Jacob may stand, For he [is] small!'