15. चाहे वह अपने भाइयों से अधिक फूलें- फलें, तौभी पुरवाई उस पर चलेगी, और यहोवा की ओर से मरूस्थल से आएगी, और उसका कुण्ड सूखेगा; और उसका सोता निर्जन हो जाएगा। उसकी रखी हुई सब मनभावनी वस्तुएं वह लूट ले जाएगा।
15. Though he among brethren produceth fruit, Come in doth an east wind, a wind of Jehovah, From a wilderness it is coming up, And it drieth up his fountain, And become dry doth his spring, It -- it spoileth a treasure -- every desirable vessel.