23. वरन तू ने स्वर्ग के प्रभु के विरूद्ध सिर उठाकर उसके भवन के पात्रा मंगवाकर अपने साम्हने धरवा लिए, और अपने प्रधानों और रानियों और रखेलियों समेत तू ने उन में दाखमधु पिया; और चान्दी- सोने, पीतल, लोहे, काठ और पत्थर के देवता, जो न देखते न सुनते, न कुछ जानते हैं, उनकी तो स्तुति की, परन्तु परमेश्वर, जिसके हाथ में तेरा प्राण है, और जिसके वश में तेरा सब चलना फिरना है, उसका सन्मान तू ने नहीं किया।।
प्रकाशितवाक्य 9:20
23. but hast magnified thyself above the Lord(LORDE) of heaven, so that the vessels of his house were brought before thee: that thou, and thy lords, with thy queen and concubines, might drink wine thereout: and hast praised the Idols of silver and gold, copper and iron, of wood and stone: As for the God in whose hand consisteth thy breath and all thy ways: thou hast not loved him.