16. तब मनुष्य के सन्तान के समान किसी ने मेरे ओंठ छुए, और मैं मुंह खोलकर बालने लगा। और जो मेरे साम्हने खड़ा था, उस से मैं ने कहा, हे मेरे प्रभु, दर्शन की बातों के कारण मुझ को पीड़ा सी उठी, और मुझ में कुछ भी बल नहीं रहा।
प्रकाशितवाक्य 14:14
16. And beholde, one like the similitude of the sonnes of man touched my lippes: then I opened my mouth, and spake, and said vnto him that stoode before me, O my Lord, by the vision my sorowes are returned vpon me, and I haue reteined no strength.