7. और भवन के आस पास जो कोठरियां बाहर थीं, उन में से जो ऊपर थीं, वे अधिक चौड़ी थीं; अर्थात् भवन के आस पास जो कुछ बना था, वह जैसे जैसे ऊपर की ओर चढ़ता गया, वैसे वैसे चौड़ा होता गया; इस रीति, इस घर की चौड़ाई ऊपर की ओर बढ़ी हुई थी, और लोग नीचले महल के बीच से उपरले महल को चढ़ सकते थे।
7. aa goda medagadulaku ekkina koladhi avi mari vedalpugaa perigenu, paikekkina koladhi mandiramuchuttununna yee medagadula anthasthulu mari vedalpaguchundenu ganuka mandirapu paibhaagamu mari vedalpugaa undenu; paikekkina koladhi anthasthulu mari vedalpugaa undenu.