4. सो तू उन से कह, प्रभु यहोवा यों कहता है, कि इस्राएल के घराने में से जो कोई अपनी मूरतें अपने मन में स्थापित करके, और अपने अधर्म की ठोकर अपने साम्हने रखकर भविष्यद्वक्ता के पास आए, उसको, मैं यहोवा, उसकी बहुत सी मूरतों के अनुसार ही उत्तर दूंगा,
4. 'Speak to them. Tell them, 'The Lord and King says, 'Suppose an Israelite thinks about other gods. And he falls into the evil trap of worshiping them. Then he goes to a prophet to ask for advice. If he does, I myself will tell the prophet to answer him in keeping with his worship of many gods.