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Updated Bible (2006)
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World English Bible
Wycliffe Bible (1395)
Young's Literal Translation (1898)
Cross Reference Bible
1. उसके रोष की छड़ी से दु:ख भोगनेवाला पुरूष मैं ही हूं;
1. I am the one who has seen the afflictions that come from the rod of the LORD's anger.
2. वह मुझे ले जाकर उजियाले में नहीं, अन्धियारे ही में चलाता है;
2. He has led me into darkness, shutting out all light.
3. उसका हाथ दिन भर मेरे ही विरूद्ध उठता रहता है।
3. He has turned his hand against me again and again, all day long.
4. उस ने मेरा मांस और चमड़ा गला दिया है, और मेरी हडि्डयों को तोड़ दिया है;
4. He has made my skin and flesh grow old. He has broken my bones.
5. उस ने मुझे रोकने के लिये किला बनाया, और मुझ को कठिन दु:ख और श्रम से घेरा है;
5. He has besieged and surrounded me with anguish and distress.
6. उस ने मुझे बहुत दिन के मरे हुए लोगों के समान अन्धेरे स्थानों में बसा दिया है।
6. He has buried me in a dark place, like those long dead.
7. मेरे चारों ओर उस ने बाड़ा बान्धा है कि मैं निकल नहीं सकता; उस ने मुझे भारी सांकल से जकड़ा है;
7. He has walled me in, and I cannot escape. He has bound me in heavy chains.
8. मैं चिल्ला चिल्लाके दोहाई देता हूँ, तौभी वह मेरी प्रार्थता नहीं सुनता;
8. And though I cry and shout, he has shut out my prayers.
9. मेरे माग को उस ने गढ़े हुए पत्थरों से रोक रखा है, मेरी डगरों को उस ने टेढ़ी कर दिया है।
9. He has blocked my way with a high stone wall; he has made my road crooked.
10. वह मेरे लिये घात में बैठे हुए रीछ और घात लगाए हुए सिंह के समान है;
10. He has hidden like a bear or a lion, waiting to attack me.
11. उस ने मुझे मेरे माग से भुला दिया, और मुझे फाड़ डाला; उस ने मुझ को उजाड़ दिया है।
11. He has dragged me off the path and torn me in pieces, leaving me helpless and devastated.
12. उस ने धनुष चढ़ाकर मुझे अपने तीर का निशाना बनाया है।
12. He has drawn his bow and made me the target for his arrows.
13. उस ने अपनी तीरों से मेरे हृदय को बेध दिया है;
13. He shot his arrows deep into my heart.
14. सब लोग मुझ पर हंसते हैं और दिन भर मुझ पर ढालकर गाीत गाते हैं,
14. My own people laugh at me. All day long they sing their mocking songs.
15. उस ने मुझे कठिन दु:ख से भर दिया, और नागदौना पिलाकर तृप्त किया है।प्रेरितों के काम 8:23
15. He has filled me with bitterness and given me a bitter cup of sorrow to drink.
16. उस ने मेरे दांतों को कंकरी से तोड़ डाला, और मुझे राख से ढांप दिया है;
16. He has made me chew on gravel. He has rolled me in the dust.
17. और मुझ को मन से उतारकर कुशल से रहित किया है; मैं कल्याण भूल गया हूँ;
17. Peace has been stripped away, and I have forgotten what prosperity is.
18. इसलिऐ मैं ने कहा, मेरा बल नाश हुआ, और मेरी आश जो यहोवा पर थी, वह टूट गई है।
18. I cry out, 'My splendor is gone! Everything I had hoped for from the LORD is lost!'
19. मेरा दु:ख और मारा मारा फिरना, मेरा नागदौने और- और विष का पीना स्मरण कर !
19. The thought of my suffering and homelessness is bitter beyond words.
20. मैं उन्हीं पर सोचता रहता हूँ, इस से मेरा प्राण ढला जाता है।
20. I will never forget this awful time, as I grieve over my loss.
21. परन्तु मैं यह स्मरण करता हूँ, इसीलिये मुझे आशा हैे
21. Yet I still dare to hope when I remember this:
22. हम मिट नहीं गए; यह यहोवा की महाकरूणा का फल है, क्योंकि उसकी दया अमर है।
22. The faithful love of the LORD never ends! His mercies never cease.
23. प्रति भोर वह नई होती रहती है; तेरी सच्चाई महान है।
23. Great is his faithfulness; his mercies begin afresh each morning.
24. मेरे मन ने कहा, यहोवा मेरा भाग है, इस कारण मैं उस में आशा रखूंगा।
24. I say to myself, 'The LORD is my inheritance; therefore, I will hope in him!'
25. जो यहोवा की बाट जोहते और उसके पास जाते हैं, उनके लिये यहोवा भला है।
25. The LORD is good to those who depend on him, to those who search for him.
26. यहोवा से उठ्ठार पाने की आशा रखकर चुपचाप रहना भला है।
26. So it is good to wait quietly for salvation from the LORD.
27. पुरूष के लिये जवानी में जूआ उठाना भला है।
27. And it is good for people to submit at an early age to the yoke of his discipline:
28. वह यह जानकर अकेला चुपचाप रहे, कि परमेश्वर ही ने उस पर यह बोझ डाला है;
28. Let them sit alone in silence beneath the LORD's demands.
29. वह अपना मुंह धूल में रखे, कया जाने इस में कुछ आशा हो;
29. Let them lie face down in the dust, for there may be hope at last.
30. वह अपना गाल अपने मारनेवाले की ओर फेरे, और नामधराई सहता रहे।
30. Let them turn the other cheek to those who strike them and accept the insults of their enemies.
31. क्योंकि प्रभु मन से सर्वदा उतारे नहीं रहता,
31. For no one is abandoned by the Lord forever.
32. चाहे वह दु:ख भी दे, तौभी अपनी करूणा की बहुतायत के कारण वह दया भी करता है;
32. Though he brings grief, he also shows compassion because of the greatness of his unfailing love.
33. क्योंकि वह मनुष्यों को अपने मन से न तो दबाता है और न दु:ख देता है।
33. For he does not enjoy hurting people or causing them sorrow.
34. पृथ्वी भर के बंधुओं को पांव के तले दलित करना,
34. If people crush underfoot all the prisoners of the land,
35. किसी पुरूष का हक़ परमप्रधान के साम्हने मारना,
35. if they deprive others of their rights in defiance of the Most High,
36. और किसी मनुष्य का मुक़ मा बिगाड़ना, इन तीन कामों को यहोवा देख नहीं सकता।
36. if they twist justice in the courts-- doesn't the Lord see all these things?
37. यदि यहोवा ने आज्ञा न दी हो, तब कौन है कि वचन कहे और वह पूरा हो जाए?
37. Who can command things to happen without the Lord's permission?
38. विपत्ति और कल्याण, क्या दोनों परमप्रधान की आज्ञा से नहीं होते?
38. Does not the Most High send both calamity and good?
39. सो जीवित मनुष्य क्यों कुड़कुड़ाए? और पुरूष अपने पाप के दण्ड को क्यों बुरा माने?
39. Then why should we, mere humans, complain when we are punished for our sins?
40. हम अपने चालचलन को ध्यान से परखें, और यहोवा की ओर फिरें !
40. Instead, let us test and examine our ways. Let us turn back to the LORD.
41. हम स्वर्गवासी परमेश्वर की ओर मन लगाएं और हाथ फैलाएं और कहेंे
41. Let us lift our hearts and hands to God in heaven and say,
42. हम ने तो अपराध और बलवा किया है, और तू ने क्ष्मा नहीं किया।
42. 'We have sinned and rebelled, and you have not forgiven us.
43. तेरा कोप हम पर है, तू हमारे पीछे पड़ा है, तू ने बिना तरस खाए घात किया है।
43. 'You have engulfed us with your anger, chased us down, and slaughtered us without mercy.
44. तू ने अपने को मेघ से घेर लिया है कि तुझ तक प्रार्थना न पहुंच सके।
44. You have hidden yourself in a cloud so our prayers cannot reach you.
45. तू ने हम को जाति जाति के लोगों के बीच में कूड़ा- कर्कट सा ठहराया है।1 कुरिन्थियों 4:13
45. You have discarded us as refuse and garbage among the nations.
46. हमारे सब शत्रुओं ने हम पर अपना अपना मुंह फैलाया है;
46. 'All our enemies have spoken out against us.
47. भय और गड़हा, उजाड़ और विनाश, हम पर आ पड़े हैं;
47. We are filled with fear, for we are trapped, devastated, and ruined.'
48. मेरी आंखों से मेरी प्रजा की पुत्री के विनाश के कारण जल की धाराएं बह रही है।
48. Tears stream from my eyes because of the destruction of my people!
49. मेरी आंख से लगातार आंसू बहते रहेंगे,
49. My tears flow endlessly; they will not stop
50. जब तक यहोवा स्वर्ग से मेरी ओर न देखे;
50. until the LORD looks down from heaven and sees.
51. अपनी नगरी की सब स्त्रियों का हाल देखने पर मेरा दु:ख बढ़ता है।
51. My heart is breaking over the fate of all the women of Jerusalem.
52. जो व्यर्थ मेरे शत्रु बने हैं, उन्हों ने निर्दयता से चिड़िया के समान मेरा आहेर किया है;यूहन्ना 15:25
52. My enemies, whom I have never harmed, hunted me down like a bird.
53. उन्हों ने मुझे गड़हे में डालकर मेरे जीवन का अन्त करने के लिये मेरे ऊपर पत्थर लुढ़काए हैं;
53. They threw me into a pit and dropped stones on me.
54. मेरे सिर पर से जल बह गया, मैं ने कहा, मैं अब नाश हो गया।
54. The water rose over my head, and I cried out, 'This is the end!'
55. हे यहोवा, गहिरे गड़हे में से मैं ने तुझ से प्रार्थना की;
55. But I called on your name, LORD, from deep within the pit.
56. तू ने मेरी सुनी कि जो दोहाई देकर मैं चिल्लाता हूँ उस से कान न फेर ले !
56. You heard me when I cried, 'Listen to my pleading! Hear my cry for help!'
57. जब मैं ने तुझे पुकारा, तब तू ने मुझ से कहा, मत डर !
57. Yes, you came when I called; you told me, 'Do not fear.'
58. हे यहोवा, तू ने मेरा मुक़ मा लड़कर मेरा प्राण बचा लिया है।
58. Lord, you are my lawyer! Plead my case! For you have redeemed my life.
59. हे यहोवा, जो अन्याय मुझ पर हुआ है उसे तू ने देखा है; तू मेरा न्याय चुका।
59. You have seen the wrong they have done to me, LORD. Be my judge, and prove me right.
60. जो बदला उन्हों ने मुझ से लिया, और जो कल्पनाएं मेरे विरूद्ध कीं, उन्हें भी तू ने देखा है।
60. You have seen the vengeful plots my enemies have laid against me.
61. हे यहोवा, जो कल्पनाएं और निन्दा वे मेरे विरूद्ध करते हैं, वे भी तू ने सुनी हैं।
61. LORD, you have heard the vile names they call me. You know all about the plans they have made.
62. मेरे विरोधियों के वचन, और जो कुछ भी वे मेरे विरूद्ध लगातार सोचते हैं, उन्हें तू जानता है।
62. My enemies whisper and mutter as they plot against me all day long.
63. उनका उठना- बैठना ध्यान से देख; वे मुझ पर लगते हुए गीत गाते हैं।
63. Look at them! Whether they sit or stand, I am the object of their mocking songs.
64. हे यहोवा, तू उनके कामों के अनुसार उनको बदला देगा।
64. Pay them back, LORD, for all the evil they have done.
65. तू उनका मन सुन्न कर देगा; तेरा शाप उन पर होगा।
65. Give them hard and stubborn hearts, and then let your curse fall on them!
66. हे यहोवा, तू अपने कोप से उनको खदेड़- खदेड़कर धरती पर से नाश कर देगा।
66. Chase them down in your anger, destroying them beneath the LORD's heavens.