10. मैं तो इसीलिये मिस्पा में रहता हूं कि जो कसदी लोग हमारे यहां आएं, उनके साम्हने हाज़िर हुआ करूं; परन्तु तुम दाखमधु और धूपकाल के फल और तेल को बटोरके अपने बरतनों में रखो और अपने लिए हुए नगरों में बसे रहो।
10. and I, lo, I am dwelling in Mizpah, to stand before the Chaldeans who are come in unto us, and ye, gather ye wine, and summer fruit, and oil, and put in your vessels, and dwell in your cities that ye have taken.'