15. मैं तुम्हारे पास अपने सारे दास नबियों को बड़ा यत्न करके यह कहने को भेजता आया हूँ कि अपनी बुरी चाल से फिरो, और अपने काम सुधारो, और दूसरे देवताओं के पीछे जाकर उनकी उपासना मत करो तब ुतुम इस देश में जो मैं ने तुम्हारे पितरों को दिया था और तुम को भी दिया है, बसने पाओगे। पर तुम ने मेरी ओर कान नहीं लगाया न मेरी सुनी है।
15. And I sent to you My servants the prophets, saying, Turn, everyone from his evil way, and amend your practices, and do not go after other gods to serve them, and you shall dwell upon the land which I gave to you and to your fathers. But you have not inclined your ears, and you would not listen.