5. तू तो उन्हीं से मिलता है जो धर्म के काम हर्ष के साथ करते, और तेरे मार्गों पर चलते हुए तुझे स्मरण करते हैं। देख, तू क्रोधित हुआ था, क्योंकि हम ने पाप किया; हमारी यह दशा तो बहुत काल से है, क्या हमारा उद्धार हो सकता है?
5. যে জন আনন্দপূর্ব্বক ধর্ম্মাচরণ করে, যাহারা তোমার পথে তোমাকে স্মরণ করে, সে সকলের সহিত তুমি সাক্ষাৎ করিয়া থাক; দেখ, তুমি ক্রুদ্ধ হইয়াছ, আর আমরা পাপ করিয়াছি, বহুকাল হইতে এই অবস্থাতে আছি, তবে আমরা কি পরিত্রাণ পাইব?