Psalms - भजन संहिता 72 | View All

1. हे परमेश्वर, राजा को अपना नियम बता, राजपुत्रा को अपना धर्म सिखला!

1. A psalm for Asaph. How good is God to Israel, to them that are of a right heart!

2. वह तेरी प्रजा का न्याय धर्म से, और तेरे दी लोगों का न्याय ठीक ठीक चुकाएगा।
मत्ती 25:31-34, प्रेरितों के काम 10:42, प्रेरितों के काम 17:31, रोमियों 14:10, 2 कुरिन्थियों 5:10

2. But my feet were almost moved; my steps had well nigh slipped.

3. पहाडों और पहाड़ियों से प्रजा के लिये, धर्म के द्वारा शान्ति मिला करेगी

3. Because I had a zeal on occasion of the wicked, seeing the prosperity of sinners.

4. वह प्रजा के दीन लोगों का न्याय करेगा, और दरिद्र लोगों को बचाएगा; और अन्धेर करनेवालों को चूर करेगा।।

4. For there is no regard to their death, nor is there strength in their stripes.

5. जब तक सूर्य और चन्द्रमा बने रहेंगे तब तक लोग पीढ़ी- पीढ़ी तेरा भय मानते रहेंगे।

5. They are not in the labour of men: neither shall they be scourged like other men.

6. वह घास की खूंटी पर बरसनेवाले मेंह, और भूमि सींचनेवाली झाड़ियों के समान होगा।

6. Therefore pride hath held them fast: they are covered with their iniquity and their wickedness.

7. उसके दिनों में धर्मी फूले फलेंगे, और जब तक चन्द्रमा बना रहेगा, तब तक शान्ति बहुत रहेगी।।

7. Their iniquity hath come forth, as it were from fatness: they have passed into the affection of the heart.

8. वह समुद्र से समुद्र तक और महानद से पृथ्वी की छोर तक प्रभुता करेगा।

8. They have thought and spoken wickedness: they have spoken iniquity on high.

9. उसके साम्हने जंगल के रहनेवाले घुटने टेकेंगे, और उसके शत्रु मिट्टी चाटेंगे।

9. They have set their mouth against heaven: and their tongue hath passed through the earth.

10. तर्शीश और द्वीप द्वीप के राजा भेंट ले आएंगे, शेबा और सबा दोनों के राजा द्रव्य पहुंचाएंगे।
प्रकाशितवाक्य 21:26, मत्ती 2:11

10. Therefore will my people return here and full days shall be found in them.

11. सब राजा उसको दण्डवत् करेंगे, जाति जाति के लोग उसके अधीन हो जाएंगे।।
प्रकाशितवाक्य 21:26

11. And they said: How doth God know? and is there knowledge in the most High?

12. क्योंकि वह दोहाई देनेवाले दरिद्र को, और दु:खी और असहाय मनुष्य का उद्धार करेगा।

12. Behold these are sinners; and yet abounding in the world they have obtained riches.

13. वह कंगाल और दरिद्र पर तरस खाएगा, और दरिद्रों के प्राणो को बचाएगा।

13. And I said: Then have I in vain justified my heart, and washed my hands among the innocent.

14. वह उनके प्राणों को अन्धेर और उपद्रव से छुड़ा लेगा; और उनका लोहू उसकी दृष्टि में अनमोल ठहरेगा।।
तीतुस 2:14

14. And I have been scourged all the day; and my chastisement hath been in the mornings.

15. वह तो जीवित रहेगा और शेबा के सोने में से उसको दिया जाएगा। लोग उसके लिये नित्य प्रार्थना करेंगे; और दिन भर उसको धन्य कहते हरेंगे।
मत्ती 2:11

15. If I said: I will speak thus; behold I should condemn the generation of thy children.

16. देश में पहाड़ों की चोटियों पर बहुत से अन्न होगा; जिसकी बालें लबानोन के देवदारूओं की नाईं झूमेंगी; और नगर के लोग घास की नाई लहलहाएंगे।

16. I studied that I might know this thing, it is a labour in my sight:

17. उसका नाम सदा सर्वदा बना रहेगा; जब तक सूर्य बना रहेगा, तब तक उसका नाम नित्य नया होता रहेगा, और लोग अपने को उसके कारण धन्य गिनेंगे, सारी जातियां उसको भाग्यवान कहेंगी।।

17. Until I go into the sanctuary of God, and understand concerning their last ends.

18. धन्य है, यहोवा परमेश्वर जो इस्राएल का परमेश्वर है; आश्चर्य कर्म केवल वही करता है।
लूका 1:68

18. But indeed for deceits thou hast put it to them: when they were lifted up thou hast cast them down.

19. उसका महिमायुक्त नाम सर्वदा धन्य रहेगा; और सारी पृथ्वी उसकी महिमा से परिपूर्ण होगी। आमीन फिर आमीन।।

19. How are they brought to desolation? they have suddenly ceased to be: they have perished by reason of their iniquity.

20. यिशै के पुत्रा दाऊद की प्रार्थना समाप्त हुई।।

20. As the dream of them that awake, O Lord; so in thy city thou shalt bring their image to nothing.



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