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Wycliffe Bible (1395)
Young's Literal Translation (1898)
Cross Reference Bible
1. हे परमेश्वर, मेरा उद्धार कर, मैं जल में डूबा जाता हूं।
1. Save me, O God! The water is up to my neck;
2. मैं बड़े दलदल में धसा जाता हूं, और मेरे पैर कहीं नहीं रूकते; मैं गहिरे जल में आ गया, और धारा में डूबा जाता हूं।
2. I am sinking in deep mud, and there is no solid ground; I am out in deep water, and the waves are about to drown me.
3. मैं पुकारते पुकारते थक गया, मेरा गला सूख गया है; अपने परमेश्वर की बाट जोहते जोहते, मेरी आंखे रह गई हैं।।
3. I am worn out from calling for help, and my throat is aching. I have strained my eyes, looking for your help.
4. जो अकारण मेरे बैरी हैं, वे गिनती में मेरे सिर के बालों से अधिक हैं; मेरे विनाश करनेवाले जो व्यर्थ मेरे शत्रु हैं, वे सामर्थीं हैं, इसलिये जो मैं ने लूटा नहीं वह भी मुझ को देना पड़ा है।यूहन्ना 15:25
4. Those who hate me for no reason are more numerous than the hairs of my head. My enemies tell lies against me; they are strong and want to kill me. They made me give back things I did not steal.
5. हे परमेश्वर, तू तो मेरी मूढ़ता को जानता है, और मेरे दोष तुझ से छिपे नहीं हैं।।
5. My sins, O God, are not hidden from you; you know how foolish I have been.
6. हे प्रभु, हे सेनाओं के यहोवा, जो तेरी बाट जोहते हैं, उनकी आशा मेरे कारण न टूटे; हे इस्राएल के परमेश्वर, जो तुझे ढूंढते हैं उनका मुंह मेरे कारण काला न हो।
6. Don't let me bring shame on those who trust in you, Sovereign LORD Almighty! Don't let me bring disgrace to those who worship you, O God of Israel!
7. तेरे ही कारण मेरी निन्दा हुई है, और मेरा मुंह लज्जा से ढंपा है।
7. It is for your sake that I have been insulted and that I am covered with shame.
8. मैं अपने भाइयों के साम्हने अजनबी हुआ, और अपने सगे भाइयों की दृष्टि में परदेशी ठहरा हूं।।
8. I am like a stranger to my relatives, like a foreigner to my family.
9. क्योंकि मैं तेरे भवन के निमित्त जलते जलते भस्म हुआ, और जो निन्दा वे तेरी करते हैं, वही निन्दा मुझ को सहनी पड़ी है।यूहन्ना 2:17, रोमियों 15:3, इब्रानियों 11:26
9. My devotion to your Temple burns in me like a fire; the insults which are hurled at you fall on me.
10. जब मैं रोकर और उपवास करके दु:ख उठाता था, तब उस से भी मेरी नामधराई ही हुई।
10. I humble myself by fasting, and people insult me;
11. और जब मैं टाट का वस्त्रा पहिने था, तब मेरा दृष्टान्त उन में चलता था।
11. I dress myself in clothes of mourning, and they laugh at me.
12. फाटक के पास बैठनेवाले मेरे विषय बातचीत करते हैं, और मदिरा पीनेवाले मुझ पर लगता हुआ गीत गाते हैं।
12. They talk about me in the streets, and drunkards make up songs about me.
13. परन्तु हे यहोवा, मेरी प्रार्थना तो तेरी प्रसन्नता के समय में हो रही है; हे परमेश्वर अपनी करूणा की बहुतायात से, और बचाने की अपनी सच्ची प्रतिज्ञा के अनुसार मेरी सुन ले।
13. But as for me, I will pray to you, LORD; answer me, God, at a time you choose. Answer me because of your great love, because you keep your promise to save.
14. मुझ को दलदल में से उबार, कि मैं धंस न जाऊं; मैं अपने बैरियों से, और गहिरे जल में से बच जाऊं।
14. Save me from sinking in the mud; keep me safe from my enemies, safe from the deep water.
15. मैं धारा में डूब न जाऊं, और न मैं गहिरे जल में डूब मरूं, और न पाताल का मुंह मेरे ऊपर बन्द हो।।
15. Don't let the flood come over me; don't let me drown in the depths or sink into the grave.
16. हे यहोवा, मेरी सुन ले, क्योंकि तेरी करूणा उत्तम है; अपनी दया की बहुतायत के अनुसार मेरी ओर ध्यान दे।
16. Answer me, LORD, in the goodness of your constant love; in your great compassion turn to me!
17. अपने दास से अपना मुंह न मोड़; क्योंकि मैं संकट में हूं, फुर्ती से मेरी सुन ले।
17. Don't hide yourself from your servant; I am in great trouble---answer me now!
18. मेरे निकट आकर मुझे छुड़ा ले, मेरे शत्रुओं से मुझ को छुटकारा दे।।
18. Come to me and save me; rescue me from my enemies.
19. मेरी नामधराई और लज्जा और अनादर को तू जानता है: मेरे सब द्रोही तेरे साम्हने हैं।
19. You know how I am insulted, how I am disgraced and dishonored; you see all my enemies.
20. मेरा हृदय नामधराई के कारण फट गया, और मैं बहुत उदास हूं। मैं ने किसी तरस खानेवाले की आशा तो की, परन्तु किसी को न पाया, और शान्ति देनेवाले ढूंढ़ता तो रहा, परन्तु कोई न मिला।
20. Insults have broken my heart, and I am in despair. I had hoped for sympathy, but there was none; for comfort, but I found none.
21. और लोगों ने मेरे खाने के लिये इन्द्रायन दिया, और मेरी प्यास बुझाने के लिये मुझे सिरका पिलाया।।मत्ती 27:34-38, मरकुस 15:23-36, लूका 23:36, यूहन्ना 19:28-29
21. When I was hungry, they gave me poison; when I was thirsty, they offered me vinegar.
22. उनको भोजन उनके लिये फन्दा हो जाए; और उनके सुख के समय जाल बन जाए।रोमियों 11:9-10
22. May their banquets cause their ruin; may their sacred feasts cause their downfall.
23. उनकी आंखों पर अन्धेरा छा जाए, ताकि वे देख न सकें; और तू उनकी कटि को निरन्तर कंपाता रह।रोमियों 11:9-10
23. Strike them with blindness! Make their backs always weak!
24. उनके ऊपर अपना रोष भड़का, और तेरे क्रोध की आंच उनको लगे।प्रकाशितवाक्य 16:1
24. Pour out your anger on them; let your indignation overtake them.
25. उनकी छावनी उजड़ जाए, उनके डेरों में कोई न रहे।प्रेरितों के काम 1:20
25. May their camps be left deserted; may no one be left alive in their tents.
26. क्योंकि जिसको तू ने मारा, वे उसके पीछे पड़े हैं, और जिनको तू ने घायल किया, वे उनकी पीड़ा की चर्चा करते हैं।मत्ती 27:34, मरकुस 15:23, यूहन्ना 19:29
26. They persecute those whom you have punished; they talk about the sufferings of those you have wounded.
27. उनके अधर्म पर अधर्म बढ़ा; और वे तेरे धर्म को प्राप्त न करें।
27. Keep a record of all their sins; don't let them have any part in your salvation.
28. उनका नाम जीवन की पुस्तक में से काटा जाए, और धर्मियों के संग लिखा न जाए।।फिलिप्पियों 4:3, प्रकाशितवाक्य 3:5, प्रकाशितवाक्य 13:8, प्रकाशितवाक्य 17:8, प्रकाशितवाक्य 20:12-15, प्रकाशितवाक्य 21:27
28. May their names be erased from the book of the living; may they not be included in the list of your people.
29. परन्तु मैं तो दु:खी और पीड़ित हूं, इसलिये हे परमेश्वर तू मेरा उद्धार करके मुझे ऊंचे स्थान पर बैठा।
29. But I am in pain and despair; lift me up, O God, and save me!
30. मैं गीत गाकर तेरे नाम की स्तुति करूंगा, और धन्यवाद करता हुआ तेरी बड़ाई करूंगा।
30. I will praise God with a song; I will proclaim his greatness by giving him thanks.
31. यह यहोवा को बैल से अधिक, वरन सींग और खुरवाले बैल से भी अधिक भाएगा।
31. This will please the LORD more than offering him cattle, more than sacrificing a full-grown bull.
32. नम्र लोग इसे देखकर आनन्दित होंगे, हे परमेश्वर के खोजियों तुम्हारा मन हरा हो जाए।
32. When the oppressed see this, they will be glad; those who worship God will be encouraged.
33. क्योंकि यहोवा दरिद्रों की ओर कान लगाता है, और अपने लोगों को जो बन्धुए हैं तुच्छ नही जानता।।
33. The LORD listens to those in need and does not forget his people in prison.
34. स्वर्ग और पृथ्वी उसकी स्तुति करें, और समुद्र अपने सब जीव जन्तुओं समेत उसकी स्तुति करे।
34. Praise God, O heaven and earth, seas and all creatures in them.
35. क्योंकि परमेश्वर सिरयोन का उद्धार करेगा, और यहूदा के नगरों को फिर बसाएगा; और लोग फिर वहां बसकर उसके अधिकारी हो जाएंगे।
35. He will save Jerusalem and rebuild the towns of Judah. His people will live there and possess the land;
36. उसके दासों को वंश उसको अपने भाग में पाएगा, और उसके नाम के प्रेमी उस में वास करेंगे।।
36. the descendants of his servants will inherit it, and those who love him will live there.