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1. मैं धीरज से यहोवा की बाट जोहता रहा; और उस ने मेरी ओर झुककर मेरी दोहाई सुनी।
1. [For the choirmaster Of David Psalm] I waited, I waited for Yahweh, then he stooped to me and heard my cry for help.
2. उस ने मुझे सत्यानाश के गड़हे और दलदल की कीच में से उबारा, और मुझ को चट्टान पर खड़ा करके मेरे पैरों को दृढ़ किया है।
2. He pulled me up from the seething chasm, from the mud of the mire. He set my feet on rock, and made my footsteps firm.
3. और उस ने मुझे एक नया गीत सिखाया जो हमारे परमेश्वर की स्तुति का है। बहुतेरे यह देखकर डरेंगे, और यहोवा पर भरोसा रखेंगे।।प्रकाशितवाक्य 5:9, प्रकाशितवाक्य 14:3
3. He put a fresh song in my mouth, praise of our God. Many will be awestruck at the sight, and will put their trust in Yahweh.
4. क्या ही धन्य है वह पुरूष, जो यहोवा पर भरोसा करता है, और अभिमानियों और मिथ्या की ओर मुड़नेवालों की ओर मुंह न फेरता हो।
4. How blessed are those who put their trust in Yahweh, who have not sided with rebels and those who have gone astray in falsehood.
5. हे मेरे परमेश्वर यहोवा, तू ने बहुत से काम किए हैं! जो आश्चर्यकर्म और कल्पनाएं तू हमारे लिये करता है वह बहुत सी हैं; तेरे तुल्य कोई नहीं! मैं तो चाहता हूं की खोलकर उनकी चर्चा करूं, परन्तु उनकी गिनती नहीं हो सकती।।
5. How much you have done, Yahweh, my God -- your wonders, your plans for us -- you have no equal. I will proclaim and speak of them; they are beyond number.
6. मेलबलि और अन्नबलि से तू प्रसन्न नहीं होता तू ने मेरे कान खोदकर खोले हैं। होमबलि और पापबलि तू ने नहीं चाहा।इफिसियों 5:2, इब्रानियों 10:5-10
6. You wanted no sacrifice or cereal offering, but you gave me an open ear, you did not ask for burnt offering or sacrifice for sin;
7. तब मैं ने कहा, देख, मैं आया हूं; क्योंकि पुस्तक में मेरे विषय ऐसा ही लिखा हुआ है।
7. then I said, 'Here I am, I am coming.' In the scroll of the book it is written of me,
8. हे मेरे परमेश्वर मैं तेरी इच्छा पूरी करने से प्रसन्न हूं; और तेरी व्यवस्था मेरे अन्त:करण में बनी है।।
8. my delight is to do your will; your law, my God, is deep in my heart.
9. मैं ने बड़ी सभा में धर्म के शुभ समाचार का प्रचार किया है; देख, मैं ने अपना मुंह बन्द नहीं किया हे यहोवा, तू इसे जानता है।
9. I proclaimed the saving justice of Yahweh in the great assembly. See, I will not hold my tongue, as you well know.
10. मैं ने तेरा धर्म मन ही में नहीं रखा; मैं ने तेरी सच्चाई और तेरे किए हुए उधार की चर्चा की है; मैं ने तेरी करूणा और सत्यता बड़ी सभा से गुप्त नहीं रखी।।
10. I have not kept your saving justice locked in the depths of my heart, but have spoken of your constancy and saving help. I have made no secret of your faithful and steadfast love, in the great assembly.
11. हे यहोवा, तू भी अपनी बड़ी दया मुझ पर से न हटा ले, तेरी करूणा और सत्यता से निरन्तर मेरी रक्षा होती रहे!
11. You, Yahweh, have not withheld your tenderness from me; your faithful and steadfast love will always guard me.
12. क्योंकि मैं अनगिनत बुराइयों से घिरा हुआ हूं; मेरे अधर्म के कामों ने मुझे आ पकड़ा और मैं दृष्टि नहीं उठा सकता; वे गिनती में मेरे सिर के बालों से भी अधिक हैं; इसलिये मेरा हृदय टूट गया।।
12. For troubles surround me, until they are beyond number; my sins have overtaken me; I cannot see my way. They outnumber the hairs of my head, and my heart fails me.
13. हे यहोवा, कृपा करके मुझे छुड़ा ले! हे यहोवा, मेरी सहायता के लिये फुर्ती कर!
13. Be pleased, Yahweh, to rescue me, Yahweh, come quickly and help me!
14. जो मेरे प्राण की खोज में हैं, वे सब लज्जित हों; और उनके मुंह काले हों और वे पीछे हटाए और निरादर किए जाएं जो मेरी हाति से प्रसन्न होते हैं।
14. Shame and dismay to all who seek to take my life. Back with them, let them be humiliated who delight in my misfortunes.
15. जो मुझ से आहा, आहा, कहते हैं, वे अपनी लज्जा के मारे विस्मित हों।।
15. Let them be aghast with shame, those who say to me, 'Aha, aha!'
16. परन्तु जितने तुझे ढूंढ़ते हैं, वह सब तेरे कारण हर्षित औश्र आनन्दित हों; जो तेरा किया हुआ उद्धार चाहते हैं, वे निरन्तर कहते रहें, यहोवा की बड़ाई हो!
16. But joy and happiness in you to all who seek you! Let them ceaselessly cry, 'Great is Yahweh' who love your saving power.
17. मैं तो दीन और दरिद्र हूं, तौभी प्रभु मेरी चिन्ता करता है। तू मेरा सहायक और छुड़ानेवाला है; हे मेरे परमेश्वर विलम्ब न कर।।
17. Poor and needy as I am, the Lord has me in mind. You, my helper, my Saviour, my God, do not delay.