Turn Off
21st Century KJV
A Conservative Version
American King James Version (1999)
American Standard Version (1901)
Amplified Bible (1965)
Apostles' Bible Complete (2004)
Bengali Bible
Bible in Basic English (1964)
Bishop's Bible
Complementary English Version (1995)
Coverdale Bible (1535)
Easy to Read Revised Version (2005)
English Jubilee 2000 Bible (2000)
English Lo Parishuddha Grandham
English Standard Version (2001)
Geneva Bible (1599)
Hebrew Names Version
Hindi Bible
Holman Christian Standard Bible (2004)
Holy Bible Revised Version (1885)
Kannada Bible
King James Version (1769)
Literal Translation of Holy Bible (2000)
Malayalam Bible
Modern King James Version (1962)
New American Bible
New American Standard Bible (1995)
New Century Version (1991)
New English Translation (2005)
New International Reader's Version (1998)
New International Version (1984) (US)
New International Version (UK)
New King James Version (1982)
New Life Version (1969)
New Living Translation (1996)
New Revised Standard Version (1989)
Restored Name KJV
Revised Standard Version (1952)
Revised Version (1881-1885)
Revised Webster Update (1995)
Rotherhams Emphasized Bible (1902)
Tamil Bible
Telugu Bible (BSI)
Telugu Bible (WBTC)
The Complete Jewish Bible (1998)
The Darby Bible (1890)
The Douay-Rheims American Bible (1899)
The Message Bible (2002)
The New Jerusalem Bible
The Webster Bible (1833)
Third Millennium Bible (1998)
Today's English Version (Good News Bible) (1992)
Today's New International Version (2005)
Tyndale Bible (1534)
Tyndale-Rogers-Coverdale-Cranmer Bible (1537)
Updated Bible (2006)
Voice In Wilderness (2006)
World English Bible
Wycliffe Bible (1395)
Young's Literal Translation (1898)
Cross Reference Bible
1. क्या ही धन्य हैं वे जो चाल के खरे हैं, और यहोवा की व्यवस्था पर चलते हैं!
1. ALEPH. Blessed are the perfect in the way, who walk in the law of Jehovah.
2. क्या ही धन्य हैं वे जो उसकी चितौनियों को मानते हैं, और पूर्ण मन से उसके पास आते हैं!
2. Blessed are they that observe his testimonies, that seek him with the whole heart;
3. फिर वे कुटिलता का काम नहीं करते, वे उसके मार्गों में चलते हैं।
3. Who also do no unrighteousness: they walk in his ways.
4. तू ने अपने उपदेश इसलिये दिए हैं, कि वे यत्न से माने जाएं।
4. Thou hast enjoined thy precepts, to be kept diligently.
5. भला होता कि तेरी विधियों के मानने के लिये मेरी चालचलन दृढ़ हो जाए!
5. Oh that my ways were directed to keep thy statutes!
6. तब मैं तेरी सब आज्ञाओं की ओर चित्त लगाए रहूंगा, और मेरी आशा न टूटेगी।
6. Then shall I not be ashamed, when I have respect unto all thy commandments.
7. जब मैं तेरे धर्ममय नियमों को सीखूंगा, तब तेरा धन्यवाद सीधे मन से करूंगा।
7. I will give thee thanks with uprightness of heart, when I shall have learned thy righteous judgments.
8. मैं तेरी विधियों को मानूंगा: मुझे पूरी रीति से न तज!
8. I will keep thy statutes: forsake me not utterly.
9. जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखे? तेरे वचन के अनुसार सावधान रहने से।
9. BETH. Wherewithal shall a young man cleanse his path? by taking heed according to thy word.
10. मैं पूरे मन से तेरी खोज मे लगा हूं; मुझे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटकने न दे!
10. With my whole heart have I sought thee: let me not wander from thy commandments.
11. मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरूद्ध पाप न करूं।
11. Thy *word have I hid in my heart, that I might not sin against thee.
12. हे यहोवा, तू धन्य है; मुझे अपनी विधियां सिखा!
12. Blessed art thou, Jehovah! teach me thy statutes.
13. तेरे सब कहे हुए नियमों का वर्णन, मैं ने अपने मुंह से किया है।
13. With my lips have I declared all the judgments of thy mouth.
14. मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानों सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूं।
14. I have rejoiced in the way of thy testimonies, as [much as] in all wealth.
15. मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूंगा।
15. I will meditate upon thy precepts, and have respect unto thy paths.
16. मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा; और तेरे वचन को न भूलूंगा।।
16. I delight myself in thy statutes; I will not forget thy word.
17. अपने दास का उपकार कर, कि मैं जीवित रहूं, और तेरे वचन पर चलता रहूं।
17. GIMEL. Deal bountifully with thy servant [and] I shall live; and I will keep thy word.
18. मेरी आंखें खोल दे, कि मैं तेरी व्यवस्था की अद्भुत बातें देख सकूं।
18. Open mine eyes, and I shall behold wondrous things out of thy law.
19. मैं तो पृथ्वी पर परदेशी हूं; अपनी आज्ञाओं को मुझ से छिपाए न रख!
19. I am a stranger in the land; hide not thy commandments from me.
20. मेरा मन तेरे नियमों की अभिलाषा के कारण हर समय खेदित रहता है।
20. My soul breaketh for longing after thy judgments at all times.
21. तू ने अभिमानियों को, जो शापित हैं, घुड़का है, वे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटके हुए हैं।
21. Thou hast rebuked the proud [that are] cursed, who wander from thy commandments.
22. मेरी नामधराई और अपमान दूर कर, क्योंकि मैं तेरी चितौनियों को पकड़े हूं।
22. Roll off from me reproach and contempt; for I observe thy testimonies.
23. हाकिम भी बैठे हुए आपास में मेरे विरूद्ध बातें करते थे, परन्तु तेरा दास तेरी विधियों पर ध्यान करता रहा।
23. Princes also did sit [and] talk together against me: thy servant doth meditate in thy statutes.
24. तेरी चितौनियां मेरा सुखमूल और मेरे मन्त्री हैं।।
24. Thy testimonies also are my delight [and] my counsellors.
25. मैं धूल में पड़ा हूं; तू अपने वचन के अनुसार मुझ को जिला!
25. DALETH. My soul cleaveth unto the dust: quicken me according to thy word.
26. मैं ने अपनी चालचलन का तुझ से वर्णन किया है और तू ने मेरी बात मान ली है; तू मुझ को अपनी विधियां सिखा!
26. I have declared my ways, and thou hast answered me: teach me thy statutes.
27. अपने उपदेशों का मार्ग मुझे बता, तब मैं तेरे आश्यर्चकर्मों पर ध्यान करूंगा।
27. Make me to understand the way of thy precepts, and I will meditate upon thy wondrous works.
28. मेरा जीवन उदासी के मारे गल चला है; तू अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भल!
28. My soul melteth for sadness: strengthen me according to thy word.
29. मुझ को झूठ के मार्ग से दूर कर; और करूणा करके अपनी व्यवस्था मुझे दे।
29. Remove from me the way of falsehood, and graciously grant me thy law.
30. मैं ने सच्चाई का मार्ग चुन लिया है, तेरे नियमों की ओर मैं चित्त लगाए रहता हूं।
30. I have chosen the way of faithfulness; thy judgments have I set [before me].
31. मैं तेरी चितौनियों में लवलीन हूं, हे यहोवा, मेरी आशा न तोड़!
31. I cleave unto thy testimonies; Jehovah, let me not be ashamed.
32. जब तू मेरा हियाव बढ़ाएगा, तब मैं तेरी आज्ञाओ के मार्ग में दौडूंगा।।2 कुरिन्थियों 6:11
32. I will run the way of thy commandments when thou shalt enlarge my heart.
33. हे यहोवा, मुझे अपनी विधियों का मार्ग दिखा दे; तब मैं उसे अन्त तक पकड़े रहूंगा।
33. HE. Teach me, O Jehovah, the way of thy statutes, and I will observe it [unto] the end.
34. मुझे समझ दे, तब मैं तेरी व्यवस्था को पकड़े रहूंगा और पूर्ण मन से उस पर चलूंगा।
34. Give me understanding, and I will observe thy law; and I will keep it with [my] whole heart.
35. अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला, क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूं।
35. Make me to walk in the path of thy commandments; for therein do I delight.
36. मेरे मन को लोभ की ओर नहीं, अपनी चितौनियों ही की ओर फेर दे।
36. Incline my heart unto thy testimonies, and not to gain.
37. मेरी आंखों को व्यर्थ वस्तुओं की ओर से फेर दे; तू अपने मार्ग में मुझे जिला।
37. Turn away mine eyes from beholding vanity; quicken me in thy way.
38. तेरा वचन जो तेरे भय माननेवालों के लिये है, उसको अपने दास के निमित्त भी पूरा कर।
38. Establish thy *word unto thy servant, who is [devoted] to thy fear.
39. जिस नामधराई से मैं डरता हूं, उसे दूर कर; क्योंकि तेरे नियम उत्तम हैं।
39. Turn away my reproach which I fear; for thy judgments are good.
40. देख, मैं तेरे उपदेशों का अभिलाषी हूं; अपने धर्म के कारण मुझ को जिला।
40. Behold, I have longed after thy precepts: quicken me in thy righteousness.
41. हे यहोवा, तेरी करूणा और तेरा किया हुआ उद्धार, तेरे वचन के अनुसार, मुझ को भी मिले;
41. VAU. And let thy loving-kindness come unto me, O Jehovah, -- thy salvation according to thy *word.
42. तब मैं अपनी नामधराई करनेवालों को कुछ उत्तर दे सकूंगा, क्योंकि मेरा भरोसा, तेरे वचन पर है।
42. So shall I have wherewith to answer him that reproacheth me; for I confide in thy word.
43. मुझे अपने सत्य वचन कहने से न रोक क्योंकि मेरी आशा तेरे नियमों पर है।
43. And take not the word of truth utterly out of my mouth; because I have hoped in thy judgments.
44. तब मैं तेरी व्यवस्था पर लगातार, सदा सर्वदा चलता रहूंगा;
44. Then will I keep thy law continually, for ever and ever;
45. और मैं चोड़े स्थान में चला फिरा करूंगा, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों की सुधि रखी है।
45. And I will walk at liberty, for I have sought thy precepts;
46. और मैं तेरी चितौनियों की चर्चा राजाओं के साम्हने भी करूंगा, और संकोच न करूंगा;रोमियों 1:16
46. And I will speak of thy testimonies before kings, and will not be ashamed;
47. क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं के कारण सुखी हूं, और मैं उन से प्रीति रखता हूं।
47. And I will delight myself in thy commandments, which I have loved;
48. मैं तेरी आज्ञाओं की ओर जिन में मैं प्रीति रखता हूं, हाथ फैलाऊंगा और तेरी विधियों पर ध्यान करूंगा।।
48. And I will lift up my hands unto thy commandments, which I have loved, and I will meditate in thy statutes.
49. जो वचन तू ने अपने दास को दिया है, उसे स्मरण कर, क्योंकि तू ने मुझे आशा दी है।
49. ZAIN. Remember the word for thy servant, upon which thou hast caused me to hope.
50. मेरे दु:ख में मुझे शान्ति उसी से हुई है, क्योंकि तेरे वचन के द्वारा मैं ने जीवन पाया है।
50. This is my comfort in mine affliction; for thy *word hath quickened me.
51. अभिमानियों ने मुझे अत्यन्त ठट्ठे में उड़ाया है, तौभी मैं तेरी व्यवस्था से नहीं हटा।
51. The proud have derided me beyond measure: I have not declined from thy law.
52. हे यहोवा, मैं ने तेरे प्राचीन नियमों को स्मरण करके शान्ति पाई है।
52. I remembered thy judgments of old, O Jehovah, and have comforted myself.
53. जो दुष्ट तेरी व्यवस्था को छोड़े हुए हैं, उनके कारण मैं सन्ताप से जलता हूं।
53. Burning indignation hath taken hold upon me because of the wicked who forsake thy law.
54. जहां मैं परदेशी होकर रहता हूं, वहां तेरी विधियां, मेरे गीत गाने का विषय बनी हैं।
54. Thy statutes have been my songs in the house of my pilgrimage.
55. हे यहोवा, मैं ने रात को तेरा नाम स्मरण किया और तेरी व्यवस्था पर चला हूं।
55. I have remembered thy name, O Jehovah, in the night, and have kept thy law.
56. यह मुझ से इस कारण हुआ, कि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए था।।
56. This I have had, because I have observed thy precepts.
57. यहोवा मेरा भाग है; मैं ने तेरे वचनों के अनुसार चलने का निश्चय किया है।
57. CHETH. My portion, O Jehovah, I have said, is to keep thy words.
58. मैं ने पूरे मन से तुझे मनाया है; इसलिये अपने वचन के अनुसार मुझ पर अनुग्रह कर।
58. I have sought thy favour with [my] whole heart: be gracious unto me according to thy *word.
59. मैं ने अपनी चालचलन को सोचा, और तेरी चितौनियों का मार्ग लिया।
59. I have thought on my ways, and turned my feet unto thy testimonies.
60. मैं ने तेरी आज्ञाओं के मानने में विलम्ब नहीं, फुर्ती की है।
60. I have made haste, and not delayed, to keep thy commandments.
61. मैं दुष्टों की रस्सियों से बन्ध गया हूं, तौभी मैं तेरी व्यवस्था को नहीं भूला।
61. The bands of the wicked have wrapped me round: I have not forgotten thy law.
62. तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं आधी रात को तेरा धन्यवाद करने को उठूंगा।
62. At midnight I rise up to give thanks unto thee, because of thy righteous judgments.
63. जितने तेरा भय मानते और तेरे उपदेशों पर चलते हैं, उनका मैं संगी हूं।
63. I am the companion of all that fear thee, and of them that keep thy precepts.
64. हे यहोवा, तेरी करूणा पृथ्वी में भरी हुई है; तू मुझे अपनी विधियां सिखा!
64. The earth, O Jehovah, is full of thy loving-kindness: teach me thy statutes.
65. हे यहोवा, तू ने अपने वचन के अनुसार अपने दास के संग भलाई की है।
65. TETH. Thou hast dealt well with thy servant, O Jehovah, according to thy word.
66. मुझे भली विवेक- शक्ति और ज्ञान दे, क्योंकि मैं ने तेरी आज्ञाओं का विश्वास किया है।
66. Teach me good discernment and knowledge; for I have believed in thy commandments.
67. उस से पहिले कि मैं दु:खित हुआ, मैं भटकता था; परन्तु अब मैं तेरे वचन को मानता हूं।
67. Before I was afflicted I went astray, but now I keep thy *word.
68. तू भला है, और भला करता भी है; मुझे अपनी विधियां सिखा।
68. Thou art good, and doest good; teach me thy statutes.
69. अभिमानियों ने तो मेरे विरूद्ध झूठ बात गढ़ी है, परन्तु मैं तेरे उपदेशों को पूरे मन से पकड़े रहूंगा।
69. The proud have forged falsehood against me: I will observe thy precepts with [my] whole heart.
70. उनका मन मोटा हो गया है, परन्तु मैं तेरी व्यवस्था के कारण सुखी हूं।
70. Their heart is as fat as grease: as for me, I delight in thy law.
71. मुझे जो दु:ख हुआ वह मेरे लिये भला ही हुआ है, जिस से मैं तेरी विधियों को सीख सकूं।
71. It is good for me that I have been afflicted, that I might learn thy statutes.
72. तेरी दी हुई व्यवस्था मेरे लिये हजारों रूपयों और मुहरों से भी उत्तम है।।
72. The law of thy mouth is better unto me than thousands of gold and silver.
73. तेरे हाथों से मैं बनाया और रचा गया हूं; मुझे समझ दे कि मैं तेरी आज्ञाओं को सीखूं।
73. YOD. Thy hands have made me and fashioned me: give me understanding, and I will learn thy commandments.
74. तेरे डरवैये मुझे देखकर आनन्दित होंगे, क्योंकि मैं ने तेरे वचन पर आशा लगाई है।
74. They that fear thee will see me, and rejoice; because I have hoped in thy word.
75. हे यहोवा, मैं जान गया कि तेरे नियम धर्ममय हैं, और तू ने अपने सच्चाई के अनुसार मुझे दु:ख दिया है।
75. I know, Jehovah, that thy Judgments are righteousness, and that in faithfulness thou hast afflicted me.
76. मुझे अपनी करूणा से शान्ति दे, क्योंकि तू ने अपने दास को ऐसा ही वचन दिया है।
76. Oh let thy loving-kindness be for my comfort, according to thy *word unto thy servant.
77. तेरी दया मुझ पर हो, तब मैं जीवित रहूंगा; क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूं।
77. Let thy tender mercies come unto me, that I may live; for thy law is my delight.
78. अभिमानियों की आशा टूटे, क्योंकि उन्हों ने मुझे झूठ के द्वारा गिरा दिया है; परन्तु मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा।
78. Let the proud be ashamed; for they have acted perversely towards me with falsehood: as for me, I meditate in thy precepts.
79. जो तेरा भय मानते हैं, वह मेरी ओर फिरें, तब वे तेरी चितौनियों को समझ लेंगे।
79. Let those that fear thee turn unto me, and those that know thy testimonies.
80. मेरा मन तेरी विधियों के मानने में सिद्ध हो, ऐसा न हो कि मुझे लज्जित होना पड़े।।
80. Let my heart be perfect in thy statutes, that I be not ashamed.
81. मेरा प्राण तेरे उद्धार के लिये बैचेन है; परन्तु मुझे तेरे वचन पर आशा रहती है।
81. CAPH. My soul fainteth for thy salvation; I hope in thy word.
82. मेरी आंखें तेरे वचन के पूरे होने की बाट जोहते जोहते रह गईं है; और मैं कहता हूं कि तू मुझे कब शान्ति देगा?
82. Mine eyes fail for thy *word, saying, When wilt thou comfort me?
83. क्योंकि मैं धूएं में की कुप्पी के समान हो गया हूं, तौभी तेरी विधियों को नहीं भूला।
83. For I am become like a bottle in the smoke; I do not forget thy statutes.
84. तेरे दास के कितने दिन रह गए हैं? तू मेरे पीछे पड़े हुओं को दण्ड कब देगा?
84. How many shall be the days of thy servant? when wilt thou execute judgment on them that persecute me?
85. अभिमानी जो तरी व्यवस्था के अनुसार नहीं चलते, उन्हों ने मेरे लिये गड़हे खोदे हैं।
85. The proud have digged pits for me, which is not according to thy law.
86. तेरी सब आज्ञाएं विश्वासयोग्य हैं; वे लोग झूठ बोलते हुए मेरे पीछे पड़े हैं; तू मेरी सहायता कर!
86. All thy commandments are faithfulness. They persecute me wrongfully: help thou me.
87. वे मुझ को पृथ्वी पर से मिटा डालने ही पर थे, परन्तु मैं ने तेरे उपदेशों को नहीं छोड़ा।
87. They had almost consumed me upon the earth; but as for me, I forsook not thy precepts.
88. अपनी करूणा के अनुसार मुझ को जिला, तब मैं तेरी दी हुई चितौनी को मानूंगा।।
88. Quicken me according to thy loving-kindness, and I will keep the testimony of thy mouth.
89. हे यहोवा, तेरा वचन, आकाश में सदा तक स्थिर रहता है।
89. LAMED. For ever, O Jehovah, thy word is settled in the heavens.
90. तेरी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है; तू ने पृथ्वी को स्थिर किया, इसलिये वह बनी है।
90. Thy faithfulness is from generation to generation: thou hast established the earth, and it standeth.
91. वे आज के दिन तक तेरे नियमों के अनुसार ठहरे हैं; क्योंकि सारी सृष्टि तेरे अधीन है।
91. By thine ordinances they stand this day; for all things are thy servants.
92. यदि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी न होता, तो मैं दु:ख के समय नाश हो जाता।
92. Unless thy law had been my delight, I should then have perished in mine affliction.
93. मैं तेरे उपदेशों को कभी न भूलूंगा; क्योंकि उन्हीं के द्वारा तू ने मुझे जिलाया है।
93. I will never forget thy precepts; for by them thou hast quickened me.
94. मैं तेरा ही हूं, तू मेरा उद्धार कर; क्योंकि मैं तेरे उपदेशों की सुधि रखता हूं।
94. I am thine, save me; for I have sought thy precepts.
95. दुष्ट मेरा नाश करने के लिये मेरी घात में लगे हैं; परन्तु मैं तेरी चितौनियों पर ध्यान करता हूं।
95. The wicked have awaited me to destroy me; [but] I attend unto thy testimonies.
96. जितनी बातें पूरी जान पड़ती हैं, उन सब को तो मैं ने अधूरी पाया है, परन्तु तेरी आज्ञा का विस्तार बड़ा है।।
96. I have seen an end of all perfection: thy commandment is exceeding broad.
97. अहा! मैं तेरी व्यवस्था में कैसी प्रीति रखता हूं! दिन भर मेरा ध्यान उसी पर लगा रहता है।
97. MEM. Oh how I love thy law! it is my meditation all the day.
98. तू अपनी आज्ञाओं के द्वारा मुझे अपने शत्रुओं से अधिक बुद्धिमान करता है, क्योंकि वे सदा मेरे मन में रहती हैं।
98. Thy commandments make me wiser than mine enemies; for they are ever with me.
99. मैं अपने सब शिक्षकों से भी अधिक समझ रखता हूं, क्योंकि मेरा ध्यान तेरी चितौनियों पर लगा है।
99. I have more understanding than all my teachers; for thy testimonies are my meditation.
100. मैं पुरनियों से भी समझदार हूं, क्योंकि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए हूं।
100. I understand more than the aged, because I have observed thy precepts.
101. मैं ने अपने पांवों को हर एक बुरे रास्ते से रोक रखा है, जिस से मैं तेरे वचन के अनुसार चलूं।
101. I have refrained my feet from every evil path, that I might keep thy word.
102. मैं तेरे नियमों से नहीं हटा, क्योंकि तू ही ने मुझे शिक्षा दी है।
102. I have not departed from thy judgments; for it is thou that hast taught me.
103. तेरे वचन मुझ को कैसे मीठे लगते हैं, वे मेरे मुंह में मधु से भी मीठे हैं!
103. How sweet are thy *words unto my taste! more than honey to my mouth!
104. तेरे उपदेशों के कारण मैं समझदार हो जाता हूं, इसलिये मैं सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूं।।
104. From thy precepts I get understanding; therefore I hate every false path.
105. तेरा वचन मेरे पांव के लिये दीपक, और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है।
105. NUN. Thy word is a lamp unto my feet, and a light unto my path.
106. मैं ने शपथ खाई, और ठाना भी है कि मैं तेरे धर्मपय नियमों के अनुसार चलूंगा।
106. I have sworn, and I will perform it, that I will keep thy righteous judgments.
107. मैं अत्यन्त दु:ख में पड़ा हूं; हे यहोवा, अपने वचन के अनुसार मुझे जिला।
107. I am afflicted very much; O Jehovah, quicken me according to thy word.
108. हे यहोवा, मेरे वचनों को स्वेच्छाबलि जानकर ग्रहण कर, और अपने नियमों को मुझे सिखा।
108. Accept, I beseech thee, Jehovah, the voluntary-offerings of my mouth, and teach me thy judgments.
109. मेरा प्राण निरन्तर मेरी हथेली पर रहता है, तौभी मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया।
109. My life is continually in my hand; but I do not forget thy law.
110. दुष्टों ने मेरे लिये फन्दा लगाया है, परन्तु मैं तेरे उपदेशों के मार्ग से नहीं भटका।
110. The wicked have laid a snare for me; but I have not wandered from thy precepts.
111. मैं ने तेरी चितौनियों को सदा के लिये अपना निज भाग कर लिया है, क्योंकि वे मेरे हृदय के हर्ष का कारण है।
111. Thy testimonies have I taken as a heritage for ever; for they are the rejoicing of my heart.
112. मैं ने अपने मन को इस बात पर लगाया है, कि अन्त तक तेरी विधियों पर सदा चलता रहूं।
112. I have inclined my heart to perform thy statutes for ever, unto the end.
113. मैं दुचित्तों से तो बैर रखता हूं, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूं।
113. SAMECH. The double-minded have I hated; but thy law do I love.
114. तू मेरी आड़ और ढ़ाल है; मेरी आशा तेरे वचन पर है।
114. Thou art my hiding-place and my shield: I hope in thy word.
115. हे कुकर्मियों, मुझ से दूर हो जाओ, कि मैं अपने परमेश्वर की आज्ञाओं को पकड़े रहूं।
115. Depart from me, ye evil-doers; and I will observe the commandments of my God.
116. हे यहोवा, अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल, कि मैं जीवित रहूं, और मेरी आशा को न तोड़!
116. Uphold me according to thy *word, that I may live; and let me not be ashamed of my hope.
117. मुझे थांभ रख, तब मैं बचा रहूंगा, और निरन्तर तेरी विधियों की ओर चित्त लगाए रहूंगा!
117. Hold thou me up, and I shall be safe; and I will have respect unto thy statutes continually.
118. जितने तेरी विधियों के मार्ग से भटक जाते हैं, उन सब को तू तुच्छ जानता है, क्योंकि उनकी चतुराई झूठ है।
118. Thou hast set at nought all them that wander from thy statutes; for their deceit is falsehood.
119. तू ने पृथ्वी के सब दुष्टों को धातु के मैल के समान दूर किया है; इस कारण मैं तेरी चितौनियों में प्रीति रखता हूं।
119. Thou puttest away all the wicked of the earth [like] dross; therefore I love thy testimonies.
120. तेरे भय से मेरा शरीर कांप उठता है, और मैं तेरे नियमों से डरता हूं।।
120. My flesh shuddereth for fear of thee; and I am afraid of thy judgments.
121. मैं ने तो न्याय और धर्म का काम किया है; तू मुझे अन्धेर करनेवालों के हाथ में न छोड़।
121. AIN. I have done judgment and justice: leave me not to mine oppressors.
122. अपने दास की भलाई के लिये जामिन हो, ताकि अभिमानी मुझ पर अन्धेर न करने पांए।
122. Be surety for thy servant for good; let not the proud oppress me.
123. मेरी आंखें तुझ से उद्धार पाने, और तेरे धर्ममय वचन के पूरे होने की बाट जोहते जोहते रह गई हैं।
123. Mine eyes fail for thy salvation, and for the *word of thy righteousness.
124. अपने दास के संग अपनी करूणा के अनुसार बर्ताव कर, और अपनी विधियां मुझे सिखा।
124. Deal with thy servant according to thy loving-kindness, and teach me thy statutes.
125. मैं तेरा दास हूं, तू मुझे समझ दे कि मैं तेरी चितौनियों को समझूं।
125. I am thy servant; give me understanding that I may know thy testimonies.
126. वह समय आया है, कि यहोवा काम करे, क्योंकि लोगों ने तेरी व्यवस्था को तोड़ दिया है।
126. It is time for Jehovah to work: they have made void thy law.
127. इस कारण मैं तेरी आज्ञाओं को सोने से वरन कुन्दन से भी अधिक प्रिय मानता हूं।
127. Therefore I love thy commandments above gold, yea, above fine gold.
128. इसी कारण मैं तेरे सब उपदेशों को सब विषयों में ठीक जानता हूं; और सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूं।।
128. Therefore I regard all [thy] precepts concerning all things to be right: I hate every false path.
129. तेरी चितौनियां अनूप हैं, इस कारण मैं उन्हें अपने जी से पकड़े हुए हूं।
129. PE. Thy testimonies are wonderful; therefore doth my soul observe them.
130. तेरी बातों के खुलने से प्राकाश होता है; उस से भोले लोग समझ प्राप्त करते हैं।
130. The entrance of thy words giveth light, giving understanding unto the simple.
131. मैं मुंह खोलकर हांफने लगा, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं का प्यासा था।
131. I opened my mouth wide and panted; for I longed for thy commandments.
132. जैसी तेरी रीति अपने नाम की प्रीति रखनेवालों से है, वैसे ही मेरी ओर भी फिरकर मुझ पर अनुग्रह कर।
132. Turn unto me, and be gracious unto me, as thou art wont to do unto those that love thy name.
133. मेरे पैरों को अपने वचन के मार्ग पर स्थिर कर, और किसी अनर्थ बात को मुझ पर प्रभुता न करने दे।
133. Establish my steps in thy *word; and let not any iniquity have dominion over me.
134. मुझे मनुष्यों के अन्धेर से छुड़ा ले, तब मैं तेरे उपदेशों को मानूंगा।
134. Deliver me from the oppression of man; and I will keep thy precepts.
135. अपने दास पर अपने मुख का प्रकाश चमका दे, और अपनी विधियां मुझे सिखा।
135. Make thy face to shine upon thy servant, and teach me thy statutes.
136. मेरी आंखों से जल की धारा बहती रहती है, क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था को नहीं मानते।।
136. Mine eyes run down with streams of water, because they keep not thy law.
137. हे यहोवा तू धर्मी है, और तेरे नियम सीधे हैं।प्रकाशितवाक्य 16:5-7, प्रकाशितवाक्य 19:2
137. TZADE. Righteous art thou, Jehovah, and upright are thy judgments.
138. तू ने अपनी चितौनियों को धर्म और पूरी सत्यता से कहा है।
138. Thou hast commanded thy testimonies in righteousness and exceeding faithfulness.
139. मैं तेरी धुन में भस्म हो रहा हूं, क्योंकि मेरे सतानेवाले तेरे वचनों को भूल गए हैं।
139. My zeal destroyeth me, because mine oppressors have forgotten thy words.
140. तेरा वचन पूरी रीति से ताया हुआ है, इसलिये तेरा दास उस में प्रीति रखता है।
140. Thy *word is exceeding pure, and thy servant loveth it.
141. मैं छोटा और तुच्छ हूं, तौभी मैं तेरे उपदेशों को नही भूलता।
141. I am little and despised: thy precepts have I not forgotten.
142. तेरा धर्म सदा का धर्म है, और तेरी व्यवस्था सत्य है।
142. Thy righteousness is an everlasting righteousness, and thy law is truth.
143. मैं संकट और सकेती में फंसा हूं, परन्तु मैं तेरी आज्ञाओं से सुखी हूं।
143. Trouble and anguish have taken hold upon me: thy commandments are my delights.
144. तेरी चितौनियां सदा धर्ममय हैं; तू मुझ को समझ दे कि मैं जीवित रहूं।।
144. The righteousness of thy testimonies is for ever: give me understanding, and I shall live.
145. मैं ने सारे मन से प्रार्थना की है, हे यहोवा मेरी सुन लेना! मैं तेरी विधियों को पकड़े रहूंगा।
145. KOPH. I have called with [my] whole heart; answer me, O Jehovah: I will observe thy statutes.
146. मैं ने तुझ से प्रार्थना की है, तू मेरा उद्धार कर, और मैं तेरी चितौनियों को माना करूंगा।
146. I call upon thee; save me, and I will keep thy testimonies.
147. मैं ने पौ फटने से पहिले दोहाई दी; मेरी आशा तेरे वचनों पर थी।
147. I anticipate the morning-dawn and I cry: I hope in thy word.
148. मेरी आंखें रात के एक एक पहर से पहिले खुल गईं, कि मैं तेरे वचन पर ध्यान करूं।
148. Mine eyes anticipate the night-watches, that I may meditate in thy *word.
149. अपनी करूणा के अनुसार मेरी सुन ले; हे यहोवा, अपनी रीति के अनुसार मुझे जीवित कर।
149. Hear my voice according to thy loving-kindness: O Jehovah, quicken me according to thy judgment.
150. जो दुष्टता में धुन लगाते हैं, वे निकट आ गए हैं; वे तेरी व्यवस्था से दूर हैं।
150. They have drawn nigh that follow after mischief: they are far from thy law.
151. हे यहोवा, तू निकट है, और तेरी सब आज्ञाएं सत्य हैं।
151. Thou, Jehovah, art near, and all thy commandments are truth.
152. बहुत काल से मैं तेरी चितौनियों को जानता हूं, कि तू ने उनकी नेव सदा के लिये डाली है।।
152. From thy testimonies, I have known of old that thou hast founded them for ever.
153. मेरे दु:ख को देखकर मुझे छुड़ा ले, क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया।
153. RESH. See mine affliction, and deliver me; for I have not forgotten thy law.
154. मेरा मुक मा लड़, और मुझे छुड़ा ले; अपने वचन के अनुसार मुझ को जिला।
154. Plead my cause, and redeem me: quicken me according to thy *word.
155. दुष्टों को उद्धार मिलना कठिन है, क्योंकि वे तेरी विधियों की सुधि नहीं रखते।
155. Salvation is far from the wicked; for they seek not thy statutes.
156. हे यहोवा, तेरी दया तो बड़ी है; इसलिये अपने नियमों के अनुसार मुझे जिला।
156. Many are thy tender mercies, O Jehovah; quicken me according to thy judgments.
157. मेरा पीछा करनेवाले और मेरे सतानेवाले बहुत हैं, परन्तु मैं तेरी चितौनियों से नहीं हटता।
157. Many are my persecutors and mine oppressors; I have not declined from thy testimonies.
158. मैं विश्वासघातियों को देखकर उदास हुआ, क्योंकि वे तेरे वचन को नहीं मानते।
158. I beheld them that deal treacherously, and was grieved; because they kept not thy *word.
159. देख, मैं तेरे नियमों से कैसी प्रीति रखता हूं! हे यहोवा, अपनी करूणा के अनुसार मुझ को जिला।
159. See how I have loved thy precepts: quicken me, O Jehovah, according to thy loving-kindness.
160. तेरा सारा वचन सत्य ही है; और तेरा एक एक धर्ममय नियम सदा काल तक अटल है।।
160. The sum of thy word is truth, and every righteous judgment of thine is for ever.
161. हाकिम व्यर्थ मेरे पीछे पड़े हैं, परन्तु मेरा हृदय तेरे वचनों का भय मानता है।यूहन्ना 15:25
161. SHIN. Princes have persecuted me without a cause; but my heart standeth in awe of thy word.
162. जैसे कोई बड़ी लूट पाकर हर्षित होता है, वैसे ही मैं तेरे वचन के कारण हर्षित हूं।
162. I have joy in thy *word, as one that findeth great spoil.
163. झूठ से तो मैं बैर और घृणा रखता हूं, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूं।
163. I hate and abhor falsehood; thy law do I love.
164. तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं प्रतिदिन सात बेर तेरी स्तुति करता हूं।
164. Seven times a day do I praise thee because of thy righteous judgments.
165. तेरी व्यवस्था से प्रीति रखनेवालों को बड़ी शान्ति होती है; और उनको कुछ ठोकर नहीं लगती।1 यूहन्ना 2:10
165. Great peace have they that love thy law, and nothing doth stumble them.
166. हे यहोवा, मैं तुझ से उद्धार पाने की आशा रखता हूं; और तेरी आज्ञाओं पर चलता आया हूं।
166. I have hoped for thy salvation, O Jehovah, and have done thy commandments.
167. मैं तेरी चितौनियों को जी से मानता हूं, और उन से बहुत प्रीति रखता आया हूं।
167. My soul hath kept thy testimonies, and I love them exceedingly.
168. मैं तेरे उपदेशों और चितौनियों को मानता आया हूं, क्योंकि मेरी सारी चालचलन तेरे सम्मुख प्रगट है।।
168. I have kept thy precepts and thy testimonies; for all my ways are before thee.
169. हे यहोवा, मेरी दोहाई तुझ तक पहुंचे; तू अपने वचन के अनुसार मुझे समझ दे!
169. TAU. Let my cry come near before thee, Jehovah: give me understanding according to thy word.
170. मेरा गिड़गिड़ाना तुझ तक पहुंचे; तू अपने वचन के अनुसार मुझे छुड़ा ले।
170. Let my supplication come before thee: deliver me according to thy *word.
171. मेरे मुंह से स्तुति निकला करे, क्योंकि तू मुझे अपनी विधियां सिखाता है।
171. My lips shall pour forth praise when thou hast taught me thy statutes.
172. मैं तेरे वचन का गीत गाऊंगा, क्योंकि तेरी सब आज्ञाएं धर्ममय हैं।
172. My tongue shall speak aloud of thy *word; for all thy commandments are righteousness.
173. तेरा हाथ मेरी सहायता करने को तैयार रहता है, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों को अपनाया है।
173. Let thy hand be for my help; for I have chosen thy precepts.
174. हे यहोवा, मैं तुझ से उद्धार पाने की अभिलाषा करता हूं, मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूं।
174. I have longed for thy salvation, O Jehovah, and thy law is my delight.
175. मुझे जिला, और मैं तेरी स्तुति करूंगा, तेरे नियमों से मेरी सहायता हो।
175. Let my soul live, and it shall praise thee; and let thy judgments help me.
176. मैं खोई हुई भेड़ की नाईं भटका हूं; तू अपने दास को ढूंढ़ ले, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं को भूल नहीं गया।।
176. I have gone astray like a lost sheep: seek thy servant; for I have not forgotten thy commandments.