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Updated Bible (2006)
Voice In Wilderness (2006)
World English Bible
Wycliffe Bible (1395)
Young's Literal Translation (1898)
Cross Reference Bible
1. क्या ही धन्य हैं वे जो चाल के खरे हैं, और यहोवा की व्यवस्था पर चलते हैं!
1. ALEPH: Blessed are the upright in the way, who walk in the Law of Jehovah.
2. क्या ही धन्य हैं वे जो उसकी चितौनियों को मानते हैं, और पूर्ण मन से उसके पास आते हैं!
2. Blessed are they who keep His testimonies, and who seek Him with all the heart.
3. फिर वे कुटिलता का काम नहीं करते, वे उसके मार्गों में चलते हैं।
3. They also do no iniquity; they walk in His ways.
4. तू ने अपने उपदेश इसलिये दिए हैं, कि वे यत्न से माने जाएं।
4. You have commanded us to keep Your Commandments carefully.
5. भला होता कि तेरी विधियों के मानने के लिये मेरी चालचलन दृढ़ हो जाए!
5. O that my ways were fixed to keep Your Precepts!
6. तब मैं तेरी सब आज्ञाओं की ओर चित्त लगाए रहूंगा, और मेरी आशा न टूटेगी।
6. Then I shall not be ashamed, when I have respect to all Your Commandments.
7. जब मैं तेरे धर्ममय नियमों को सीखूंगा, तब तेरा धन्यवाद सीधे मन से करूंगा।
7. I will praise You with uprightness of heart when I have learned Your righteous judgments.
8. मैं तेरी विधियों को मानूंगा: मुझे पूरी रीति से न तज!
8. I will keep Your Precepts; do not forsake me completely.
9. जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखे? तेरे वचन के अनुसार सावधान रहने से।
9. BETH: With what shall a young man cleanse his way? By taking heed according to Your Word.
10. मैं पूरे मन से तेरी खोज मे लगा हूं; मुझे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटकने न दे!
10. With all my heart I have sought You; do not let me wander from Your Commandments.
11. मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरूद्ध पाप न करूं।
11. I have hidden Your Word in my heart, so that I might not sin against You.
12. हे यहोवा, तू धन्य है; मुझे अपनी विधियां सिखा!
12. Blessed are You, O Jehovah; teach me Your Precepts.
13. तेरे सब कहे हुए नियमों का वर्णन, मैं ने अपने मुंह से किया है।
13. With my lips I have declared all the judgments of Your mouth.
14. मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानों सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूं।
14. I have rejoiced in the way of Your testimonies, as much as in all riches.
15. मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूंगा।
15. I will think on Your Commandments and have respect to Your ways.
16. मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा; और तेरे वचन को न भूलूंगा।।
16. I will delight myself in Your Precepts; I will not forget Your Word.
17. अपने दास का उपकार कर, कि मैं जीवित रहूं, और तेरे वचन पर चलता रहूं।
17. GIMEL: Deal bountifully with Your servant, that I may live and keep Your Word.
18. मेरी आंखें खोल दे, कि मैं तेरी व्यवस्था की अद्भुत बातें देख सकूं।
18. Open my eyes, so that I may behold wonderful things out of Your Law.
19. मैं तो पृथ्वी पर परदेशी हूं; अपनी आज्ञाओं को मुझ से छिपाए न रख!
19. I am a stranger in the earth; do not hide Your Commandments from me.
20. मेरा मन तेरे नियमों की अभिलाषा के कारण हर समय खेदित रहता है।
20. My soul breaks for the longing that it has to Your judgments at all times.
21. तू ने अभिमानियों को, जो शापित हैं, घुड़का है, वे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटके हुए हैं।
21. You have rebuked the proud who are cursed, who go astray from Your Commandments.
22. मेरी नामधराई और अपमान दूर कर, क्योंकि मैं तेरी चितौनियों को पकड़े हूं।
22. Remove cursing and scorn from me; for I have kept Your testimonies.
23. हाकिम भी बैठे हुए आपास में मेरे विरूद्ध बातें करते थे, परन्तु तेरा दास तेरी विधियों पर ध्यान करता रहा।
23. Princes also sat and spoke against me; but Your servant thought on Your Precepts.
24. तेरी चितौनियां मेरा सुखमूल और मेरे मन्त्री हैं।।
24. Your testimonies also are my delight and my advisers.
25. मैं धूल में पड़ा हूं; तू अपने वचन के अनुसार मुझ को जिला!
25. DALETH: My soul clings to the dust; give me life according to Your Word.
26. मैं ने अपनी चालचलन का तुझ से वर्णन किया है और तू ने मेरी बात मान ली है; तू मुझ को अपनी विधियां सिखा!
26. I have declared my ways, and You hear me; teach me Your Precepts.
27. अपने उपदेशों का मार्ग मुझे बता, तब मैं तेरे आश्यर्चकर्मों पर ध्यान करूंगा।
27. Make me to understand the way of Your Commandments, and I will speak of Your wonderful works.
28. मेरा जीवन उदासी के मारे गल चला है; तू अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भल!
28. My soul weeps for grief; strengthen me according to Your Word.
29. मुझ को झूठ के मार्ग से दूर कर; और करूणा करके अपनी व्यवस्था मुझे दे।
29. Remove from me the way of lying; and grant me Your Law graciously.
30. मैं ने सच्चाई का मार्ग चुन लिया है, तेरे नियमों की ओर मैं चित्त लगाए रहता हूं।
30. I have chosen the way of truth; I have laid Your judgments before me.
31. मैं तेरी चितौनियों में लवलीन हूं, हे यहोवा, मेरी आशा न तोड़!
31. I have stuck to Your testimonies; O Jehovah, do not put me to shame.
32. जब तू मेरा हियाव बढ़ाएगा, तब मैं तेरी आज्ञाओ के मार्ग में दौडूंगा।।2 कुरिन्थियों 6:11
32. I will run the way of Your Commandments, when You shall enlarge my heart.
33. हे यहोवा, मुझे अपनी विधियों का मार्ग दिखा दे; तब मैं उसे अन्त तक पकड़े रहूंगा।
33. HE: O Jehovah, teach me the way of Your Precepts, and I shall keep it to the end.
34. मुझे समझ दे, तब मैं तेरी व्यवस्था को पकड़े रहूंगा और पूर्ण मन से उस पर चलूंगा।
34. Give me understanding, and I shall keep Your Law; yea, I shall observe it with all my heart.
35. अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला, क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूं।
35. Cause me to walk in the path of Your Commandments; for I delight in them.
36. मेरे मन को लोभ की ओर नहीं, अपनी चितौनियों ही की ओर फेर दे।
36. Bow my heart to Your testimonies, and not to unjust gain.
37. मेरी आंखों को व्यर्थ वस्तुओं की ओर से फेर दे; तू अपने मार्ग में मुझे जिला।
37. Turn away my eyes from seeing vanity; in Your way give me life.
38. तेरा वचन जो तेरे भय माननेवालों के लिये है, उसको अपने दास के निमित्त भी पूरा कर।
38. Make Your Word sure to Your servant, who is devoted to Your fear.
39. जिस नामधराई से मैं डरता हूं, उसे दूर कर; क्योंकि तेरे नियम उत्तम हैं।
39. Turn away my shame which I fear; for Your judgments are good.
40. देख, मैं तेरे उपदेशों का अभिलाषी हूं; अपने धर्म के कारण मुझ को जिला।
40. Behold, I have longed after Your Commandments; in Your righteousness give me life.
41. हे यहोवा, तेरी करूणा और तेरा किया हुआ उद्धार, तेरे वचन के अनुसार, मुझ को भी मिले;
41. VAU: Let Your mercies come to me, O Jehovah, even according to Your salvation, according to Your Word.
42. तब मैं अपनी नामधराई करनेवालों को कुछ उत्तर दे सकूंगा, क्योंकि मेरा भरोसा, तेरे वचन पर है।
42. And I shall have something to answer him who mocks me; for I trust in Your Word.
43. मुझे अपने सत्य वचन कहने से न रोक क्योंकि मेरी आशा तेरे नियमों पर है।
43. And take not the Word of truth utterly out of my mouth; for I have hoped in Your judgments.
44. तब मैं तेरी व्यवस्था पर लगातार, सदा सर्वदा चलता रहूंगा;
44. And I shall keep Your Law continually forever and ever.
45. और मैं चोड़े स्थान में चला फिरा करूंगा, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों की सुधि रखी है।
45. And I will always walk in a broad place; for I seek Your Commandments.
46. और मैं तेरी चितौनियों की चर्चा राजाओं के साम्हने भी करूंगा, और संकोच न करूंगा;रोमियों 1:16
46. I will speak of Your testimonies also before kings, and will not be ashamed.
47. क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं के कारण सुखी हूं, और मैं उन से प्रीति रखता हूं।
47. And I will delight myself in Your Commandments, which I have loved.
48. मैं तेरी आज्ञाओं की ओर जिन में मैं प्रीति रखता हूं, हाथ फैलाऊंगा और तेरी विधियों पर ध्यान करूंगा।।
48. And I will lift up my hands to Your Commandments which I have loved; and I will think on Your Precepts.
49. जो वचन तू ने अपने दास को दिया है, उसे स्मरण कर, क्योंकि तू ने मुझे आशा दी है।
49. ZAYIN: Remember the Word to Your servant, on which You have caused me to hope.
50. मेरे दु:ख में मुझे शान्ति उसी से हुई है, क्योंकि तेरे वचन के द्वारा मैं ने जीवन पाया है।
50. This is my comfort in my affliction; for Your Word has given me life.
51. अभिमानियों ने मुझे अत्यन्त ठट्ठे में उड़ाया है, तौभी मैं तेरी व्यवस्था से नहीं हटा।
51. The proud have utterly scorned me; yet I have not turned aside from Your Law.
52. हे यहोवा, मैं ने तेरे प्राचीन नियमों को स्मरण करके शान्ति पाई है।
52. I remembered Your judgments of old, O Jehovah, and have comforted myself.
53. जो दुष्ट तेरी व्यवस्था को छोड़े हुए हैं, उनके कारण मैं सन्ताप से जलता हूं।
53. Horror has taken hold on me because of the wicked who forsake Your Law.
54. जहां मैं परदेशी होकर रहता हूं, वहां तेरी विधियां, मेरे गीत गाने का विषय बनी हैं।
54. Your Precepts have been my songs in the house of my pilgrimage.
55. हे यहोवा, मैं ने रात को तेरा नाम स्मरण किया और तेरी व्यवस्था पर चला हूं।
55. I have remembered Your name, O Jehovah, in the night, and have kept Your Law.
56. यह मुझ से इस कारण हुआ, कि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए था।।
56. This was done to me, because I kept Your Commandments.
57. यहोवा मेरा भाग है; मैं ने तेरे वचनों के अनुसार चलने का निश्चय किया है।
57. CHETH: You are my portion, O Jehovah; I have said that I would keep Your Words.
58. मैं ने पूरे मन से तुझे मनाया है; इसलिये अपने वचन के अनुसार मुझ पर अनुग्रह कर।
58. I looked for Your favor with all my heart; be merciful to me according to Your Word.
59. मैं ने अपनी चालचलन को सोचा, और तेरी चितौनियों का मार्ग लिया।
59. I thought on my ways, and turned my feet to Your testimonies.
60. मैं ने तेरी आज्ञाओं के मानने में विलम्ब नहीं, फुर्ती की है।
60. I made haste and did not delay to keep Your Commandments.
61. मैं दुष्टों की रस्सियों से बन्ध गया हूं, तौभी मैं तेरी व्यवस्था को नहीं भूला।
61. The bands of the wicked have robbed me; but I have not forgotten Your Law.
62. तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं आधी रात को तेरा धन्यवाद करने को उठूंगा।
62. At midnight I will rise to give thanks to You because of Your righteous judgments.
63. जितने तेरा भय मानते और तेरे उपदेशों पर चलते हैं, उनका मैं संगी हूं।
63. I am a companion of all who fear You, and of those who keep Your Commandments.
64. हे यहोवा, तेरी करूणा पृथ्वी में भरी हुई है; तू मुझे अपनी विधियां सिखा!
64. O Jehovah, the earth is full of Your mercy; teach me Your Precepts.
65. हे यहोवा, तू ने अपने वचन के अनुसार अपने दास के संग भलाई की है।
65. TETH: You have dealt well with Your servant, O Jehovah, according to Your Word.
66. मुझे भली विवेक- शक्ति और ज्ञान दे, क्योंकि मैं ने तेरी आज्ञाओं का विश्वास किया है।
66. Teach me good judgment and knowledge; for I have believed Your Commandments.
67. उस से पहिले कि मैं दु:खित हुआ, मैं भटकता था; परन्तु अब मैं तेरे वचन को मानता हूं।
67. Before I was afflicted I went astray; but now I have kept Your Word.
68. तू भला है, और भला करता भी है; मुझे अपनी विधियां सिखा।
68. You are good, and do good; teach me Your Precepts.
69. अभिमानियों ने तो मेरे विरूद्ध झूठ बात गढ़ी है, परन्तु मैं तेरे उपदेशों को पूरे मन से पकड़े रहूंगा।
69. The proud have forged a lie against me; I will keep Your Commandments with all my heart.
70. उनका मन मोटा हो गया है, परन्तु मैं तेरी व्यवस्था के कारण सुखी हूं।
70. Their heart is without feeling, like fat; but I delight in Your Law.
71. मुझे जो दु:ख हुआ वह मेरे लिये भला ही हुआ है, जिस से मैं तेरी विधियों को सीख सकूं।
71. It is good for me that I have been afflicted, so that I might learn Your Precepts.
72. तेरी दी हुई व्यवस्था मेरे लिये हजारों रूपयों और मुहरों से भी उत्तम है।।
72. The Law of Your mouth is better to me than thousands of gold and silver.
73. तेरे हाथों से मैं बनाया और रचा गया हूं; मुझे समझ दे कि मैं तेरी आज्ञाओं को सीखूं।
73. JOD: Your hands have made me and formed me; give me understanding so that I may learn Your Commandments.
74. तेरे डरवैये मुझे देखकर आनन्दित होंगे, क्योंकि मैं ने तेरे वचन पर आशा लगाई है।
74. They who fear You will be glad when they see me; because I have hoped in Your Word.
75. हे यहोवा, मैं जान गया कि तेरे नियम धर्ममय हैं, और तू ने अपने सच्चाई के अनुसार मुझे दु:ख दिया है।
75. I know, O Jehovah, that Your judgments are right, and that You have afflicted me in faithfulness.
76. मुझे अपनी करूणा से शान्ति दे, क्योंकि तू ने अपने दास को ऐसा ही वचन दिया है।
76. I beseech You, let Your merciful kindness be for my comfort, according to Your Word to Your servant.
77. तेरी दया मुझ पर हो, तब मैं जीवित रहूंगा; क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूं।
77. Let Your tender mercies come to me so that I may live; for Your Law is my delight.
78. अभिमानियों की आशा टूटे, क्योंकि उन्हों ने मुझे झूठ के द्वारा गिरा दिया है; परन्तु मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा।
78. Let the proud be ashamed; for they perverted my cause with lying; I will think on Your Commandments.
79. जो तेरा भय मानते हैं, वह मेरी ओर फिरें, तब वे तेरी चितौनियों को समझ लेंगे।
79. Let those who fear You turn to me, and those who have known Your testimonies.
80. मेरा मन तेरी विधियों के मानने में सिद्ध हो, ऐसा न हो कि मुझे लज्जित होना पड़े।।
80. Let my heart be sound in Your Precepts, so that I may not be ashamed.
81. मेरा प्राण तेरे उद्धार के लिये बैचेन है; परन्तु मुझे तेरे वचन पर आशा रहती है।
81. KAPH: My soul faints for Your salvation; I hope in Your Word.
82. मेरी आंखें तेरे वचन के पूरे होने की बाट जोहते जोहते रह गईं है; और मैं कहता हूं कि तू मुझे कब शान्ति देगा?
82. My eyes fail for Your Word, saying, When will You comfort me?
83. क्योंकि मैं धूएं में की कुप्पी के समान हो गया हूं, तौभी तेरी विधियों को नहीं भूला।
83. For I am like a wineskin in the smoke; I do not forget Your Precepts.
84. तेरे दास के कितने दिन रह गए हैं? तू मेरे पीछे पड़े हुओं को दण्ड कब देगा?
84. How many are the days of Your servant? When will You carry out judgment on my persecutors?
85. अभिमानी जो तरी व्यवस्था के अनुसार नहीं चलते, उन्हों ने मेरे लिये गड़हे खोदे हैं।
85. The proud have dug pits for me, which are not according to Your Law.
86. तेरी सब आज्ञाएं विश्वासयोग्य हैं; वे लोग झूठ बोलते हुए मेरे पीछे पड़े हैं; तू मेरी सहायता कर!
86. All Your Commandments are faithful; they persecute me with lying; help me.
87. वे मुझ को पृथ्वी पर से मिटा डालने ही पर थे, परन्तु मैं ने तेरे उपदेशों को नहीं छोड़ा।
87. They had almost finished me on earth; but I did not forsake Your Commandments.
88. अपनी करूणा के अनुसार मुझ को जिला, तब मैं तेरी दी हुई चितौनी को मानूंगा।।
88. According to Your loving-kindness give me life; so shall I keep the testimony of Your mouth.
89. हे यहोवा, तेरा वचन, आकाश में सदा तक स्थिर रहता है।
89. LAMED: Forever, O Jehovah, Your Word is settled in the heavens.
90. तेरी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है; तू ने पृथ्वी को स्थिर किया, इसलिये वह बनी है।
90. Your faithfulness is to all generations; You have founded the earth, and it remains.
91. वे आज के दिन तक तेरे नियमों के अनुसार ठहरे हैं; क्योंकि सारी सृष्टि तेरे अधीन है।
91. They stand to this day according to Your ordinances; for all are Your servants.
92. यदि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी न होता, तो मैं दु:ख के समय नाश हो जाता।
92. Unless Your Law had been my delight, I should then have perished in my affliction.
93. मैं तेरे उपदेशों को कभी न भूलूंगा; क्योंकि उन्हीं के द्वारा तू ने मुझे जिलाया है।
93. I will never forget Your Commandments; for with them You have given me life.
94. मैं तेरा ही हूं, तू मेरा उद्धार कर; क्योंकि मैं तेरे उपदेशों की सुधि रखता हूं।
94. I am Yours, save me; for I have sought Your Commandments.
95. दुष्ट मेरा नाश करने के लिये मेरी घात में लगे हैं; परन्तु मैं तेरी चितौनियों पर ध्यान करता हूं।
95. The wicked have waited for me to destroy me; but I will think on Your testimonies.
96. जितनी बातें पूरी जान पड़ती हैं, उन सब को तो मैं ने अधूरी पाया है, परन्तु तेरी आज्ञा का विस्तार बड़ा है।।
96. I have seen an end to all perfection; Your Commandment is exceedingly broad.
97. अहा! मैं तेरी व्यवस्था में कैसी प्रीति रखता हूं! दिन भर मेरा ध्यान उसी पर लगा रहता है।
97. MEM: Oh how I love Your Law! It is my meditation all the day.
98. तू अपनी आज्ञाओं के द्वारा मुझे अपने शत्रुओं से अधिक बुद्धिमान करता है, क्योंकि वे सदा मेरे मन में रहती हैं।
98. Through Your Commandments You make me wiser than my enemies, for they are ever with me.
99. मैं अपने सब शिक्षकों से भी अधिक समझ रखता हूं, क्योंकि मेरा ध्यान तेरी चितौनियों पर लगा है।
99. I have more understanding than all my teachers; for Your testimonies are my prayer.
100. मैं पुरनियों से भी समझदार हूं, क्योंकि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए हूं।
100. I understand more than the old men, because I keep Your Commandments.
101. मैं ने अपने पांवों को हर एक बुरे रास्ते से रोक रखा है, जिस से मैं तेरे वचन के अनुसार चलूं।
101. I have kept my feet from every evil way, so that I might keep Your Word.
102. मैं तेरे नियमों से नहीं हटा, क्योंकि तू ही ने मुझे शिक्षा दी है।
102. I have not departed from Your judgments; for You have taught me.
103. तेरे वचन मुझ को कैसे मीठे लगते हैं, वे मेरे मुंह में मधु से भी मीठे हैं!
103. How sweet are Your Words to my taste! More than honey to my mouth!
104. तेरे उपदेशों के कारण मैं समझदार हो जाता हूं, इसलिये मैं सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूं।।
104. Through Your Commandments I get understanding; therefore I hate every false way.
105. तेरा वचन मेरे पांव के लिये दीपक, और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है।
105. NUN: Your Word is a lamp to my feet, and a light to my path.
106. मैं ने शपथ खाई, और ठाना भी है कि मैं तेरे धर्मपय नियमों के अनुसार चलूंगा।
106. I have sworn, and I raised it, that I will keep Your righteous judgments.
107. मैं अत्यन्त दु:ख में पड़ा हूं; हे यहोवा, अपने वचन के अनुसार मुझे जिला।
107. I am afflicted very much; O Jehovah, give me life according to Your Word.
108. हे यहोवा, मेरे वचनों को स्वेच्छाबलि जानकर ग्रहण कर, और अपने नियमों को मुझे सिखा।
108. I pray You, take the free-will offerings of my mouth, O Jehovah, and teach me Your judgments.
109. मेरा प्राण निरन्तर मेरी हथेली पर रहता है, तौभी मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया।
109. My life is in my hand daily; yet I do not forget Your Law.
110. दुष्टों ने मेरे लिये फन्दा लगाया है, परन्तु मैं तेरे उपदेशों के मार्ग से नहीं भटका।
110. The wicked have laid a snare for me; yet I do not go astray from Your Commandments.
111. मैं ने तेरी चितौनियों को सदा के लिये अपना निज भाग कर लिया है, क्योंकि वे मेरे हृदय के हर्ष का कारण है।
111. I have taken Your testimonies as an inheritance forever; for they are the rejoicing of my heart.
112. मैं ने अपने मन को इस बात पर लगाया है, कि अन्त तक तेरी विधियों पर सदा चलता रहूं।
112. I have bowed down my heart to do Your Precepts always to the end.
113. मैं दुचित्तों से तो बैर रखता हूं, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूं।
113. SAMECH: I hate half-hearted thoughts; but Your Law do I love.
114. तू मेरी आड़ और ढ़ाल है; मेरी आशा तेरे वचन पर है।
114. You are my hiding-place and my shield; I hope in Your Word.
115. हे कुकर्मियों, मुझ से दूर हो जाओ, कि मैं अपने परमेश्वर की आज्ञाओं को पकड़े रहूं।
115. Depart from me, you evil-doers, for I will keep the Commandments of my God.
116. हे यहोवा, अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल, कि मैं जीवित रहूं, और मेरी आशा को न तोड़!
116. Uphold me according to Your Word, that I may live; and let me not be ashamed of my hope.
117. मुझे थांभ रख, तब मैं बचा रहूंगा, और निरन्तर तेरी विधियों की ओर चित्त लगाए रहूंगा!
117. Hold me up, and I shall be safe; and I will always have respect to Your Precepts.
118. जितने तेरी विधियों के मार्ग से भटक जाते हैं, उन सब को तू तुच्छ जानता है, क्योंकि उनकी चतुराई झूठ है।
118. You have trampled all those who go astray from Your Precepts; for their deceit is falsehood.
119. तू ने पृथ्वी के सब दुष्टों को धातु के मैल के समान दूर किया है; इस कारण मैं तेरी चितौनियों में प्रीति रखता हूं।
119. You put away all the wicked of the earth like waste; therefore I love Your testimonies.
120. तेरे भय से मेरा शरीर कांप उठता है, और मैं तेरे नियमों से डरता हूं।।
120. My flesh trembles in fear of You; and I am afraid of Your judgments.
121. मैं ने तो न्याय और धर्म का काम किया है; तू मुझे अन्धेर करनेवालों के हाथ में न छोड़।
121. AYIN: I have done the just and right thing; leave me not to those who crush me.
122. अपने दास की भलाई के लिये जामिन हो, ताकि अभिमानी मुझ पर अन्धेर न करने पांए।
122. Be surety for Your servant for good; let not the proud press me down.
123. मेरी आंखें तुझ से उद्धार पाने, और तेरे धर्ममय वचन के पूरे होने की बाट जोहते जोहते रह गई हैं।
123. My eyes fail for Your salvation, and for the Word of Your righteousness.
124. अपने दास के संग अपनी करूणा के अनुसार बर्ताव कर, और अपनी विधियां मुझे सिखा।
124. Deal with Your servant according to Your mercy, and teach me Your Precepts.
125. मैं तेरा दास हूं, तू मुझे समझ दे कि मैं तेरी चितौनियों को समझूं।
125. I am Your servant; give me understanding, that I may know Your testimonies.
126. वह समय आया है, कि यहोवा काम करे, क्योंकि लोगों ने तेरी व्यवस्था को तोड़ दिया है।
126. It is time for Jehovah to work; for they have broken Your Law.
127. इस कारण मैं तेरी आज्ञाओं को सोने से वरन कुन्दन से भी अधिक प्रिय मानता हूं।
127. Therefore I love Your Commandments above gold; yea, even fine gold.
128. इसी कारण मैं तेरे सब उपदेशों को सब विषयों में ठीक जानता हूं; और सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूं।।
128. Therefore I count all Your Commandments concerning all things to be right; I hate every false way.
129. तेरी चितौनियां अनूप हैं, इस कारण मैं उन्हें अपने जी से पकड़े हुए हूं।
129. PE: Your testimonies are wonderful; therefore my soul keeps them.
130. तेरी बातों के खुलने से प्राकाश होता है; उस से भोले लोग समझ प्राप्त करते हैं।
130. The entrance of Your Words gives light; it gives understanding to the simple.
131. मैं मुंह खोलकर हांफने लगा, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं का प्यासा था।
131. I opened my mouth and panted; for I longed for Your Commandments.
132. जैसी तेरी रीति अपने नाम की प्रीति रखनेवालों से है, वैसे ही मेरी ओर भी फिरकर मुझ पर अनुग्रह कर।
132. Look on me, and be merciful to me, as You usually do to those who love Your name.
133. मेरे पैरों को अपने वचन के मार्ग पर स्थिर कर, और किसी अनर्थ बात को मुझ पर प्रभुता न करने दे।
133. Order my steps in Your Word; and do not let any iniquity rule over me.
134. मुझे मनुष्यों के अन्धेर से छुड़ा ले, तब मैं तेरे उपदेशों को मानूंगा।
134. Deliver me from the oppression of man; and I will keep Your Commandments.
135. अपने दास पर अपने मुख का प्रकाश चमका दे, और अपनी विधियां मुझे सिखा।
135. Make Your face shine on Your servant; and teach me Your Precepts.
136. मेरी आंखों से जल की धारा बहती रहती है, क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था को नहीं मानते।।
136. Rivers of water run down my eyes, because they do not keep Your Law.
137. हे यहोवा तू धर्मी है, और तेरे नियम सीधे हैं।प्रकाशितवाक्य 16:5-7, प्रकाशितवाक्य 19:2
137. TZADDI: You are righteous, O Jehovah, and Your judgments are right.
138. तू ने अपनी चितौनियों को धर्म और पूरी सत्यता से कहा है।
138. In Your testimonies You have commanded righteousness and faithfulness exceedingly.
139. मैं तेरी धुन में भस्म हो रहा हूं, क्योंकि मेरे सतानेवाले तेरे वचनों को भूल गए हैं।
139. My zeal has eaten me up, because my enemies have forgotten Your Words.
140. तेरा वचन पूरी रीति से ताया हुआ है, इसलिये तेरा दास उस में प्रीति रखता है।
140. Your Word is very pure; therefore Your servant loves it.
141. मैं छोटा और तुच्छ हूं, तौभी मैं तेरे उपदेशों को नही भूलता।
141. I am small and despised; yet I do not forget Your Commandments.
142. तेरा धर्म सदा का धर्म है, और तेरी व्यवस्था सत्य है।
142. Your righteousness is an everlasting righteousness, and Your Law is the truth.
143. मैं संकट और सकेती में फंसा हूं, परन्तु मैं तेरी आज्ञाओं से सुखी हूं।
143. Trouble and anguish have taken hold on me; yet Your Commandments are my delight.
144. तेरी चितौनियां सदा धर्ममय हैं; तू मुझ को समझ दे कि मैं जीवित रहूं।।
144. The righteousness of Your testimonies is everlasting; give me understanding, and I shall live.
145. मैं ने सारे मन से प्रार्थना की है, हे यहोवा मेरी सुन लेना! मैं तेरी विधियों को पकड़े रहूंगा।
145. QOPH: I cried with my whole heart; hear me, O Jehovah; I will keep Your Precepts.
146. मैं ने तुझ से प्रार्थना की है, तू मेरा उद्धार कर, और मैं तेरी चितौनियों को माना करूंगा।
146. I cried to You; save me, and I shall keep Your testimonies.
147. मैं ने पौ फटने से पहिले दोहाई दी; मेरी आशा तेरे वचनों पर थी।
147. I went before the dawning of the morning and cried; I hoped in Your Word.
148. मेरी आंखें रात के एक एक पहर से पहिले खुल गईं, कि मैं तेरे वचन पर ध्यान करूं।
148. My eyes go before the night watches, so that I might think on Your Word.
149. अपनी करूणा के अनुसार मेरी सुन ले; हे यहोवा, अपनी रीति के अनुसार मुझे जीवित कर।
149. Hear my voice according to Your loving-kindness; O Jehovah, according to Your judgment give me life.
150. जो दुष्टता में धुन लगाते हैं, वे निकट आ गए हैं; वे तेरी व्यवस्था से दूर हैं।
150. They draw near, those who follow after wickedness; they are far from Your Law.
151. हे यहोवा, तू निकट है, और तेरी सब आज्ञाएं सत्य हैं।
151. You are near, O Jehovah, and all Your Commandments are truth.
152. बहुत काल से मैं तेरी चितौनियों को जानता हूं, कि तू ने उनकी नेव सदा के लिये डाली है।।
152. Concerning Your testimonies, I have known of old that You have founded them forever.
153. मेरे दु:ख को देखकर मुझे छुड़ा ले, क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया।
153. RESH: Look on my affliction, and deliver me; for I do not forget Your Law.
154. मेरा मुक मा लड़, और मुझे छुड़ा ले; अपने वचन के अनुसार मुझ को जिला।
154. Plead my cause, and deliver me; according to Your Word give me life.
155. दुष्टों को उद्धार मिलना कठिन है, क्योंकि वे तेरी विधियों की सुधि नहीं रखते।
155. Salvation is far from the wicked, for they do not seek Your Precepts.
156. हे यहोवा, तेरी दया तो बड़ी है; इसलिये अपने नियमों के अनुसार मुझे जिला।
156. Great are Your tender mercies, O Jehovah; according to Your judgments give me life.
157. मेरा पीछा करनेवाले और मेरे सतानेवाले बहुत हैं, परन्तु मैं तेरी चितौनियों से नहीं हटता।
157. Many are my persecutors and my enemies, yet I do not turn aside from Your testimonies.
158. मैं विश्वासघातियों को देखकर उदास हुआ, क्योंकि वे तेरे वचन को नहीं मानते।
158. I saw the traitors, and was grieved because they did not keep Your Word.
159. देख, मैं तेरे नियमों से कैसी प्रीति रखता हूं! हे यहोवा, अपनी करूणा के अनुसार मुझ को जिला।
159. See how I love Your Commandments; O Jehovah, according to Your loving-kindness give me life.
160. तेरा सारा वचन सत्य ही है; और तेरा एक एक धर्ममय नियम सदा काल तक अटल है।।
160. Your Word is true from the beginning; and every one of Your righteous judgments endures forever.
161. हाकिम व्यर्थ मेरे पीछे पड़े हैं, परन्तु मेरा हृदय तेरे वचनों का भय मानता है।यूहन्ना 15:25
161. SHIN: Princes have persecuted me without a cause, but my heart stands in fear of Your Word.
162. जैसे कोई बड़ी लूट पाकर हर्षित होता है, वैसे ही मैं तेरे वचन के कारण हर्षित हूं।
162. I rejoice at Your Word, as one who finds great spoil.
163. झूठ से तो मैं बैर और घृणा रखता हूं, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूं।
163. I hate and despise lying; but I love Your Law.
164. तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं प्रतिदिन सात बेर तेरी स्तुति करता हूं।
164. I praise You seven times a day because of Your righteous judgments.
165. तेरी व्यवस्था से प्रीति रखनेवालों को बड़ी शान्ति होती है; और उनको कुछ ठोकर नहीं लगती।1 यूहन्ना 2:10
165. Great peace is to those who love Your Law, and there is no stumbling block for them.
166. हे यहोवा, मैं तुझ से उद्धार पाने की आशा रखता हूं; और तेरी आज्ञाओं पर चलता आया हूं।
166. Jehovah, I have hoped for Your salvation, and have done Your Commandments.
167. मैं तेरी चितौनियों को जी से मानता हूं, और उन से बहुत प्रीति रखता आया हूं।
167. My soul has kept Your testimonies; and I love them very much.
168. मैं तेरे उपदेशों और चितौनियों को मानता आया हूं, क्योंकि मेरी सारी चालचलन तेरे सम्मुख प्रगट है।।
168. I have kept Your Commandments and Your testimonies; for all my ways are before You.
169. हे यहोवा, मेरी दोहाई तुझ तक पहुंचे; तू अपने वचन के अनुसार मुझे समझ दे!
169. TAU: Let my cry come near to You, O Jehovah; give me wisdom according to Your Word.
170. मेरा गिड़गिड़ाना तुझ तक पहुंचे; तू अपने वचन के अनुसार मुझे छुड़ा ले।
170. Let my prayer come before You; deliver me according to Your Word.
171. मेरे मुंह से स्तुति निकला करे, क्योंकि तू मुझे अपनी विधियां सिखाता है।
171. My lips shall utter praise, when You have taught me Your Precepts.
172. मैं तेरे वचन का गीत गाऊंगा, क्योंकि तेरी सब आज्ञाएं धर्ममय हैं।
172. My tongue shall speak Your Word, for all Your Commandments are righteousness.
173. तेरा हाथ मेरी सहायता करने को तैयार रहता है, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों को अपनाया है।
173. Let Your hand help me; for I have chosen Your Precepts.
174. हे यहोवा, मैं तुझ से उद्धार पाने की अभिलाषा करता हूं, मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूं।
174. I have longed for Your salvation, O Jehovah; and Your Law is my delight.
175. मुझे जिला, और मैं तेरी स्तुति करूंगा, तेरे नियमों से मेरी सहायता हो।
175. Let my soul live, and it shall praise You; and let Your judgments help me.
176. मैं खोई हुई भेड़ की नाईं भटका हूं; तू अपने दास को ढूंढ़ ले, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं को भूल नहीं गया।।
176. I have gone astray like a lost sheep; seek Your servant; for I do not forget Your Commandments.