5. और जब जब जेवनार के दिन पूरे हो जाते, तब तब अरयूब उन्हें बुलवाकर पवित्रा करता, और बड़ी भोर उठकर उनकी गिनती के अनुसार होमबलि चढ़ाता था; क्योंकि अरयूब सोचता था, कि कदाचित् मेरे लड़कों ने पाप करके परमेश्वर को छोड़ दिया हो। इसी रीति अरयूब सदैव किया करता था।
5. And when the dayes of their banketting were gone about, Iob sent, and sanctified them, and rose vp early in the morning, and offred burnt offrings according to the nomber of them all. For Iob thought, It may be that my sonnes haue sinned, and blasphemed God in their hearts: thus did Iob euery day.