9. फिर वह वस्त्रा, और वह घेड़ा राजा के किसी बड़े हाकिम को सौंपा जाए, और जिसकी प्रतिष्ठा राजा करना चाहता हो, उसको वह वस्त्रा पहिनाया जाए, और उस घोड़े पर सवार करके, नगर के चौक में उसे फिराया जाए; और उसके आगे आगे यह प्रचार किया जाए, कि जिसकी प्रतिष्ठा राजा करना चाहता है, उसके साथ ऐसा ही किया जाएगा।
9. And let this raiment and horse be delivered under the hand of one of the king's princes, that he may array the man withal (whom the king would fain honour) and carry him upon the horse thorow the street of the city, and cause it to be proclaimed before him: Thus shall it be done to every man, whom the king would fain honour.