3. और जब आग गिरी और यहोवा का तेज भवन पर छा गया, तब सब इस्राएली देखते रहे, और फर्श पर झुककर अपना अपना मुंह भूमि की ओर किए हुए दणडवत किया, और यों कहकर यहोवा का धन्यवाद किया कि, वह भला है, उसकी करूणा सदा की है।
3. যখন অগ্নি নামিল, এবং সদাপ্রভুর প্রতাপ গৃহের উপরে [বিরাজমান] হইল, তখন ইস্রায়েল-সন্তানগণ সকলে তাহা দেখিতে পাইল, আর তাহারা নত হইয়া প্রস্তর বাঁধা ভূমিতে উবুড় হইয়া প্রণিপাত করিল, এবং সদাপ্রভুর স্তব করিয়া কহিল, তিনি মঙ্গলময়, হাঁ, তাঁহার দয়া অনন্তকালস্থায়ী।