18. तब यहोयादा ने यहोवा के भवन की सेवा के लिये उन लेवीय याजकों को ठहरा दिया, जिन्हें दाऊद ने यहोवा के भवन पर दल दल करके इसलिये ठहराया था, कि जैसे मूसा की रयवस्था में लिखा है, वैसे ही वे यहोवा को होमबलि चढ़ाया करें, और दाऊद की चलाई हुई विधि के अनुसार आनन्द करें और गाएं।
18. Also Jehoiada appointed the offices and officers [for the care] of the house of the Lord under the direction of the Levitical priests, whom David had distributed [in his day] in the house of the Lord, to offer the burnt offerings of the Lord as written in the Law of Moses, with rejoicing and singing, as ordered by David.