15. तब यहोयादा याजक ने दल के अधिकारी शतपतियों को आज्ञा दी कि उसे अपनी पांतियों के बीच से निकाल ले जाओ; और जो कोई उसके पीछे चले उसे तलवार से मार डालो। क्योंकि याजक ने कहा, कि वह यहोवा के भवन में न मार डाली जाए।
15. And Jehoiada the priest commanded the commanders of the hundreds, those mustering the army, and said to them, Take her outside from the ranks of the house, and whoever follows after her, slay with the sword. For the priest had said, Do not let her be killed in the house of Jehovah.