17. जब योआब उसके निकट गया, तब स्त्री ने पूछा़, क्या तू योआब है? उस ने कहा, हां, मैं वही हूँ। फिर उस ने उस से कहा, अपनी दासी के वचन सुन। उस ने कहा, मैं तो सुन रहा हूँ।
17. পরে যোয়াব তাহার নিকটে গেলে সে স্ত্রীলোকটী জিজ্ঞাসা করিল, আপনি কি যোয়াব? তিনি উত্তর করিলেন, আমি যোয়াব। সে স্ত্রীলোকটী কহিল, আপনার দাসীর কথা শুনুন; তিনি উত্তর করিলেন, শুনিতেছি।