17. कि तुम लोग यूसुफ से इस प्रकार कहना, कि हम बिनती करते हैं, कि तू अपने भाइयों के अपराध और पाप को क्षमा कर; हम ने तुझ से बुराई तो की थी, पर अब अपने पिता के परमेश्वर के दासों का अपराध क्षमा कर। उनकी ये बातें सुनकर यूसुफ रो पड़ा।
17. bifore that he diede, that we schulden seie to thee these thingis bi hise wordis; Y beseche, that thou foryete the wickidnesse of thi britheren, and the synne, and malice which thei hauntiden ayens thee; also we preien, that thou foryyue this wickidnesse to thi fadir, the seruaunt of God. Whanne these thingis weren herd, Joseph wepte.