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1. आदम की वंशावली यह है। जब परमेश्वर ने मनुष्य की सृष्टि की तब अपने ही स्वरूप में उसको बनाया;मत्ती 1:1, 1 कुरिन्थियों 11:7
1. আদমের বংশাবলি-পত্র এই। যে দিন ঈশ্বর মনুষ্যের সৃষ্টি করিলেন, সেই দিনে ঈশ্বরের সাদৃশ্যেই তাঁহাকে নির্ম্মাণ করিলেন;
2. उस ने नर और नारी करके मनुष्यों की सृष्टि की और उन्हें आशीष दी, और उनकी सृष्टि के दिन उनका नाम आदम रखा।मत्ती 19:4, मरकुस 10:6
2. পুরুষ ও স্ত্রী করিয়া তাঁহাদিগের সৃষ্টি করিলেন; এবং সেই সৃষ্টিদিনে তাঁহাদিগকে আশীর্ব্বাদ করিয়া আদম, এই নাম দিলেন।
3. जब आदम एक सौ तीस वर्ष का हुआ, तब उसके द्वारा उसकी समानता में उस ही के स्वरूप के अनुसार एक पुत्रा उत्पन्न हुआ उसका नाम शेत रखा।1 कुरिन्थियों 15:49
3. পরে আদম এক শত ত্রিশ বৎসর বয়সে আপনার সাদৃশ্যে ও প্রতিমূর্ত্তিতে পুত্রের জন্ম দিয়া তাহার নাম শেথ রাখিলেন।
4. और शेत के जन्म के पश्चात् आदम आठ सौ वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियां उत्पन्न हुईं।
4. শেথের জন্ম দিলে পর আদম আট শত বৎসর জীবৎ থাকিয়া আরও পুত্রকন্যার জন্ম দিলেন।
5. और आदम की कुल अवस्था नौ सौ तीस वर्ष की हुई : तत्पश्चात् वह मर गया।।
5. সর্ব্বশুদ্ধ আদমের নয় শত ত্রিশ বৎসর বয়স হইলে তাঁহার মৃত্যু হইল।
6. जब शेत एक सौ पांच वर्ष का हुआ, तब उस ने एनोश को जन्म दिया।
6. শেথ এক শত পাঁচ বৎসর বয়সে ইনোশের জন্ম দিলেন।
7. और एनोश के जन्म के पश्चात् शेत आठ सौ सात वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियां उत्पन्न हुईं।
7. ইনোশের জন্ম দিলে পর শেথ আট শত সাত বৎসর জীবৎ থাকিয়া অারও পুত্রকন্যার জন্ম দিলেন।
8. और शेत की कुल अवस्था नौ सौ बारह वर्ष की हुई : तत्पश्चात् वह मर गया।।
8. সর্ব্বশুদ্ধ শেথের নয় শত বারো বৎসর বয়স হইলে তাঁহার মৃত্যু হইল।
9. जब एनोश नब्बे वर्ष का हुआ, तब उस ने केनान को जन्म दिया।
9. ইনোশ নব্বই বৎসর বয়সে কৈননের জন্ম দিলেন।
10. और केनान के जन्म के पश्चात् एनोश आठ सौ पन्द्रह वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियां हुई।
10. কৈননের জন্ম দিলে পর ইনোশ আট শত পনের বৎসর জীবৎ থাকিয়া আরও পুত্রকন্যার জন্ম দিলেন।
11. और एनोश की कुल अवस्था नौ सौ पांच वर्ष की हुई : तत्पश्चात् वह मर गया।।
11. সর্ব্বশুদ্ধ ইনোশের নয় শত পাঁচ বৎসর বয়স হইলে তাঁহার মৃত্যু হইল।
12. जब केनान सत्तर वर्ष का हुआ, तब उस ने महललेल को जन्म दिया।
12. কৈনন সত্তর বৎসর বয়সে মহললেলের জন্ম দিলেন।
13. और महललेल के जन्म के पश्चात् केनान आठ सौ चालीस वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियां उत्पन्न हुई।
13. মহললেলের জন্ম দিলে পর কৈনন আট শত চল্লিশ বৎসর জীবৎ থাকিয়া আরও পুত্রকন্যার জন্ম দিলেন।
14. और केनान की कुल अवस्था नौ सौ दस वर्ष की हुई : तत्पश्चात् वह मर गया।।
14. সর্ব্বশুদ্ধ কৈননের নয় শত দশ বৎসর বয়স হইলে তাঁহার মৃত্যু হইল।
15. जब महललेल पैंसठ वर्ष का हुआ, तब उस ने येरेद को जन्म दिया।
15. মহললেল পঁয়ষট্টি বৎসর বয়সে যেরদের জন্ম দিলেন।
16. और येरेद के जन्म के पश्चात् महललेल आठ सौ तीस वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियां उत्पन्न हुई।
16. যেরদের জন্ম দিলে পর মহললেল আট শত ত্রিশ বৎসর জীবৎ থাকিয়া আরও পুত্রকন্যার জন্ম দিলেন।
17. और महललेल की कुल अवस्था आठ सौ पंचानवे वर्ष की हुई : तत्पश्चात् वह मर गया।।
17. সর্ব্বশুদ্ধ মহললেলের আট শত পঁচানব্বই বৎসর বয়স হইলে তাঁহার মৃত্যু হইল।
18. जब येरेद एक सौ बासठ वर्ष का हुआ, जब उस ने हनोक को जन्म दिया।
18. যেরদ এক শত বাষট্টি বৎসর বয়সে হনোকের জন্ম দিলেন।
19. और हनोक के जन्म के पश्चात् येरेद आठ सौ वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियां उत्पन्न हुई।
19. হনোকের জন্ম দিলে পর যেরদ আট শত বৎসর জীবৎ থাকিয়া আরও পুত্রকন্যার জন্ম দিলেন।
20. और येरेद की कुल अवस्था नौ सौ बासठ वर्ष की हुई : तत्पश्चात् वह मर गया।
20. সর্ব্বশুদ্ধ যেরদের নয় শত বাষট্টি বৎসর বয়স হইলে তাঁহার মৃত্যু হইল।
21. जब हनोक पैंसठ वर्ष का हुआ, तब उस ने मतूशेलह को जन्म दिया।
21. হনোক পঁয়ষট্টি বৎসর বয়সে মথূশেলহের জন্ম দিলেন।
22. और मतूशेलह के जन्म के पश्चात् हनोक तीन सौ वर्ष तक परमेश्वर के साथ साथ चलता रहा, और उसके और भी बेटे बेटियां उत्पन्न हुई।
22. মথূশেলহের জন্ম দিলে পর হনোক তিন শত বৎসর ঈশ্বরের সহিত গমনাগমন করিলেন, এবং আরও পুত্রকন্যার জন্ম দিলেন।
23. और हनोक की कुल अवस्था तीन सौ पैंसठ वर्ष की हुई।
23. সর্ব্বশুদ্ধ হনোক তিন শত পঁয়ষট্টি বৎসর রহিলেন।
24. और हनोक परमेश्वर के साथ साथ चलता था; फिर वह लोप हो गया क्योंकि परमेश्वर ने उसे उठा लिया।इब्रानियों 11:5
24. হনোক ঈশ্বরের সহিত গমনাগমন করিতেন। পরে তিনি আর রহিলেন না, কেননা ঈশ্বর তাঁহাকে গ্রহণ করিলেন।
25. जब मतूशेलह एक सौ सत्तासी वर्ष का हुआ, तब उस ने लेमेक को जन्म दिया।
25. মথূশেলহ এক শত সাতাশী বৎসর বয়সে লেমকের জন্ম দিলেন।
26. और लेमेक के जन्म के पश्चात् मतूशेलह सात सौ बयासी वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियां उत्पन्न हुई।
26. লেমকের জন্ম দিলে পর মথূশেলহ সাত শত বিরাশী বৎসর জীবৎ থাকিয়া আরও পুত্রকন্যার জন্ম দিলেন।
27. और मतूशेलह की कुल अवस्था नौ सौ उनहत्तर वर्ष की हुई : तत्पश्चात् वह मर गया।।
27. সর্ব্বশুদ্ধ মথূশেলহের নয় শত ঊনসত্তর বৎসর বয়স হইলে তাঁহার মৃত্যু হইল।
28. जब लेमेक एक सौ बयासी वर्ष का हुआ, तब उस ने एक पुत्रा जन्म दिया।
28. লেমক এক শত বিরাশী বৎসর বয়সে পুত্রের জন্ম দিয়া তাহার নাম নোহ [বিশ্রাম] রাখিলেন;
29. और यह कहकर उसका नाम नूह रखा, कि यहोवा ने जो पृथ्वी को शाप दिया है, उसके विषय यह लड़का हमारे काम में, और उस कठिन परिश्रम में जो हम करते हैं, हम को शान्ति देगा।रोमियों 8:20
29. কেননা তিনি কহিলেন, সদাপ্রভু কর্ত্তৃক অভিশপ্ত ভূমি হইতে আমাদের যে শ্রম ও হস্তের ক্লেশ হয়, তদ্বিষয়ে এ আমাদিগকে সাত্ত্বনা করিবে।
30. और नूह के जन्म के पश्चात् लेमेक पांच सौ पंचानवे वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियां उत्पन्न हुई।
30. নোহের জন্ম দিলে পর লেমক পাঁচ শত পঁচানব্বই বৎসর জীবৎ থাকিয়া আরও পুত্রকন্যার জন্ম দিলেন।
31. और लेमेक की कुल अवस्था सात सौ सतहत्तर वर्ष की हुई : तत्पश्चात् वह मर गया।।
31. সর্ব্বশুদ্ধ লেমকের সাত শত সাতাত্তর বৎসর বয়স হইলে তাঁহার মৃত্যু হইল।
32. और नूह पांच सौ वर्ष का हुआ; और नूह ने शेम, और हाम और येपेत को जन्म दिया।।
32. পরে নোহ পাঁচ শত বৎসর বয়সে শেম, হাম ও যেফতের জন্ম দিলেন।