Numbers - गिनती 7 | View All

1. फिर जब मूसा ने निवास को खड़ा किया, और सारे सामान समेत उसका अभिषेक करके उसको पवित्रा किया, और सारे सामान समेत वेदी का भी अभिषेक करके उसे पवित्रा किया,

1. Now it came to pass, when Moses had finished setting up the tabernacle, that he anointed it and consecrated it and all its furnishings, and the altar and all its utensils; so he anointed them and consecrated them.

2. तब इस्त्राएल के प्रधान जो अपने अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरूष, और गोत्रों के भी प्रधान होकर गिनती लेने के काम पर नियुक्त थे,

2. Then the leaders of Israel, the heads of their fathers' houses, who [were] the leaders of the tribes and over those who were numbered, made an offering.

3. वे यहोवा के साम्हने भेंट ले आए, और उनकी भेंट छ: छाई हुई गाड़ियां और बारह बैल थे, अर्थात् दो दो प्रधान की ओर से एक एक गाड़ी, और एक एक प्रधान की ओर से एक एक बैल; इन्हें वे निवास के साम्हने यहोवा के समीप ले गए।

3. And they brought their offering before the LORD, six covered carts and twelve oxen, a cart for [every] two of the leaders, and for each one an ox; and they presented them before the tabernacle.

4. तब यहोवा ने मूसा से कहा,

4. Then the LORD spoke to Moses, saying,

5. उन वस्तुओं को तू उन से ले ले, कि मिलापवाले तम्बू के बरतन में काम आएं, सो तू उन्हें लेवियों के एक एक कुल की विशेष सेवकाई के अनुसार उनको बांट दे।

5. 'Accept [these] from them, that they may be used in doing the work of the tabernacle of meeting; and you shall give them to the Levites, [to] every man according to his service.'

6. सो मूसा ने वे सब गाड़ियां और बैल लेकर लेवियों को दे दिये।

6. So Moses took the carts and the oxen, and gave them to the Levites.

7. गेर्शोनियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उस ने दो गाड़ियां और चार बैल दिए;

7. Two carts and four oxen he gave to the sons of Gershon, according to their service;

8. और मरारियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उस ने चार गाड़ियां और आठ बैल दिए; ये सब हारून याजक के पुत्रा ईतामार के अधिकार में किए गए।

8. and four carts and eight oxen he gave to the sons of Merari, according to their service, under the authority of Ithamar the son of Aaron the priest.

9. और कहातियों को उस ने कुछ न दिया, क्योंकि उनके लिये पवित्रा वस्तुओं की यह सेवकाई थी कि वह उसे अपने कन्धों पर उठा लिया करें।।

9. But to the sons of Kohath he gave none, because theirs [was] the service of the holy things, [which] they carried on their shoulders.

10. फिर जब वेदी का अभिषेक हुआ तब प्रधान उसके संस्कार की भेंट वेदी के आगे समीप ले जाने लगे।

10. Now the leaders offered the dedication [offering] for the altar when it was anointed; so the leaders offered their offering before the altar.

11. तब यहोवा ने मूसा से कहा, वेदी के संस्कार के लिये प्रधान लोग अपनी अपनी भेंट अपने अपने नियत दिन पर चढ़ाएं।।

11. For the LORD said to Moses, 'They shall offer their offering, one leader each day, for the dedication of the altar.'

12. सो जो पुरूष पहिले दिन अपनी भेंट ले गया वह यहूदा गोत्रावाले अम्मीनादाब का पुत्रा महशोन था;

12. And the one who offered his offering on the first day [was] Nahshon the son of Amminadab, from the tribe of Judah.

13. उसकी भेंट यह थी, अर्थात् पवित्रास्थानवाले शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

13. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

14. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

14. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

15. होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

15. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

16. पापबलि के लिये एक बकरा;

16. one kid of the goats as a sin offering;

17. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। अम्मीनादाब के पुत्रा महशोन की यही भेंट थी।।

17. and for the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Nahshon the son of Amminadab.

18. और दूसरे दिन इस्साकार का प्रधान सूआर का पुत्रा नतनेल भेंट ले आया;

18. On the second day Nethanel the son of Zuar, leader of Issachar, presented [an offering.]

19. वह यह थी, अर्थात् पवित्रास्थानवाले शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

19. [For] his offering he offered one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

20. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

20. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

21. होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

21. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

22. पापबलि के लिये एक बकरा;

22. one kid of the goats as a sin offering;

23. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। सूआर के पुत्रा नतनेल की यहीं भेंट थी।।

23. and as the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Nethanel the son of Zuar.

24. और तीसरे दिन जबूलूनियों का प्रधान हेलोन का पुत्रा एलीआब यह भेंट ले आया,

24. On the third day Eliab the son of Helon, leader of the children of Zebulun, [presented an offering.]

25. अर्थात् पवित्रास्थानवाले शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

25. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

26. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

26. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

27. होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

27. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

28. पापबलि के लिये एक बकरा;

28. one kid of the goats as a sin offering;

29. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। हेलोन के पुत्रा एलीआब की यहीं भेंट थी।।

29. and for the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Eliab the son of Helon.

30. और चौथे दिन रूबेनियों का प्रधान शदेऊर का पुत्रा एलीसूर यह भेंट ले आया,

30. On the fourth day Elizur the son of Shedeur, leader of the children of Reuben, [presented an offering.]

31. अर्थात् पवित्रास्थानवाले शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

31. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

32. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

32. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

33. होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

33. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

34. पापबलि के लिये एक बकरा;

34. one kid of the goats as a sin offering;

35. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। शदेऊर के पुत्रा एलीसूर की यहीं भेंट थी।।

35. and as the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Elizur the son of Shedeur.

36. और पांचवें दिन शिमोनियों का प्रधान सूरीश ै का पुत्रा शलूमीएल यह भेंट ले आया,

36. On the fifth day Shelumiel the son of Zurishaddai, leader of the children of Simeon, [presented an offering.]

37. अर्थात् पवित्रास्थानवाले शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

37. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

38. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

38. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

39. होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

39. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

40. पापबलि के लिये एक बकरा;

40. one kid of the goats as a sin offering;

41. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पंाच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। सूरीश ै के पुत्रा शलूमीएल की यही भेंट थी।।

41. and as the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Shelumiel the son of Zurishaddai.

42. और छठवें दिन गादियों का प्रधान दूएल का पुत्रा एल्यासाप यह भेंट ले आया,

42. On the sixth day Eliasaph the son of Deuel, leader of the children of Gad, [presented an offering.]

43. अर्थात् पवित्रास्थानवाले शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

43. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

44. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

44. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

45. होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

45. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

46. पापबलि के लिये एक बकरा;

46. one kid of the goats as a sin offering;

47. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। दूएल के पुत्रा एल्यासाप की यहीं भेंट थी।।

47. and as the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Eliasaph the son of Deuel.

48. और सातवें दिन एप्रैमियों का प्रधान अम्मीहूद का पुत्रा एलीशामा यह भेंट ले आया,

48. On the seventh day Elishama the son of Ammihud, leader of the children of Ephraim, [presented an offering.]

49. अर्थात् पवित्रास्थानवाले शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

49. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

50. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

50. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

51. होमबलि के लिये एक बछड़ा, एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

51. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

52. पापबलि के लिये एक बकरा;

52. one kid of the goats as a sin offering;

53. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। अम्मीहूद के पुत्रा एलीशामा की यहीं भेंट थी।।

53. and as the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Elishama the son of Ammihud.

54. और आठवें दिन मनश्शेइयों का प्रधान पदासूर का पुत्रा गम्लीएल यह भेंट ले आया,

54. On the eighth day Gamaliel the son of Pedahzur, leader of the children of Manasseh, [presented an offering.]

55. अर्थात् पवित्रास्थान के शेकेल के हिसाब से एक सो तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

55. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

56. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

56. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

57. होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

57. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

58. पापबलि के लिये एक बकरा;

58. one kid of the goats as a sin offering;

59. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेडी के बच्चे। पदासूर के पुत्रा गम्लीएल की यहीं भेंट थी।।

59. and as the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Gamaliel the son of Pedahzur.

60. और नवें दिन बिन्यामीनियों का प्रधान गिदोनी का पुत्रा अबीदान यह भेंट ले आया,

60. On the ninth day Abidan the son of Gideoni, leader of the children of Benjamin, [presented an offering.]

61. अर्थात् पवित्रास्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

61. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

62. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

62. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

63. होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

63. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

64. पापबलि के लिये एक बकरा;

64. one kid of the goats as a sin offering;

65. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। गिदोनी के पुत्रा अबीदान की यही भेंट थी।।

65. and as the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Abidan the son of Gideoni.

66. और दसवें दिन दानियों का प्रधान अम्मीश ै का पुत्रा अखीआज़र यह भेंट ले आया,

66. On the tenth day Ahiezer the son of Ammishaddai, leader of the children of Dan, [presented an offering.]

67. अर्थात् पवित्रास्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

67. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

68. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

68. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

69. होमबलि के लिये बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

69. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

70. पापबलि के लिये एक बकरा;

70. one kid of the goats as a sin offering;

71. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। अम्मीश ै के पुत्रा अखीआज़र की यही भेंट थी।।

71. and as the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Ahiezer the son of Ammishaddai.

72. और ग्यारहवें दिन आशेरियों का प्रधान ओक्रान का पुत्रा पजीएल यह भेंट ले आया।

72. On the eleventh day Pagiel the son of Ocran, leader of the children of Asher, [presented an offering.]

73. अर्थात् पवित्रास्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

73. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

74. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;

74. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

75. होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

75. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

76. पापबलि के लिये एक बकरा;

76. one kid of the goats as a sin offering;

77. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। ओक्रान के पुत्रा पजीएल की यहीं भेंट थी।।

77. and as the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Pagiel the son of Ocran.

78. और बारहवें दिन नप्तालियों का प्रधान एनान का पुत्रा अहीरा यह भेंट ले आया,

78. On the twelfth day Ahira the son of Enan, leader of the children of Naphtali, [presented an offering.]

79. अर्थात् पवित्रास्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे;

79. His offering [was] one silver platter, the weight of which [was] one hundred and thirty [shekels,] and one silver bowl of seventy shekels, according to the shekel of the sanctuary, both of them full of fine flour mixed with oil as a grain offering;

80. फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान;

80. one gold pan of ten [shekels,] full of incense;

81. होमबलि के लिये एक बछड़ा, और एक मेढ़ा, और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा;

81. one young bull, one ram, and one male lamb in its first year, as a burnt offering;

82. पापबलि के लिये एक बकरा;

82. one kid of the goats as a sin offering;

83. और मेलबलि के लिये दो बैल, और पांच मेढ़े, और पांच बकरे, और एक एक वर्ष के पांच भेड़ी के बच्चे। एनान के पुत्रा अहीरा की यही भेंट थी।।

83. and as the sacrifice of peace offerings: two oxen, five rams, five male goats, and five male lambs in their first year. This [was] the offering of Ahira the son of Enan.

84. वेदी के अभिषेक के समय इस्त्राएल के प्रधानों की ओर से उसके संस्कार की भेंट यही हुई, अर्थात् चांदी के बारह परात, चांदी के बारह कटोरे, और सोने के बारह धूपदान।

84. This [was] the dedication [offering] for the altar from the leaders of Israel, when it was anointed: twelve silver platters, twelve silver bowls, and twelve gold pans.

85. एक एक चांदी का परात एक सौ तीस शेकेल का, और एक एक चांदी का कटोरा सत्तर शेकेल का था; और पवित्रास्थान के शेकेल के हिसाब से ये सब चांदी के पात्रा दो हजार चार सौ शेकेल के थे।

85. Each silver platter [weighed] one hundred and thirty [shekels] and each bowl seventy [shekels.] All the silver of the vessels [weighed] two thousand four hundred [shekels,] according to the shekel of the sanctuary.

86. फिर धूप से भरे हुए सोने के बारह धूपदान जो पवित्रास्थान के शेकेल के हिसाब से दस दस शेकेल के थे, वे सब धूपदान एक सौ बीस शेकेल सोने के थे।

86. The twelve gold pans full of incense [weighed] ten [shekels] apiece, according to the shekel of the sanctuary; all the gold of the pans [weighed] one hundred and twenty [shekels.]

87. फिर होमबलि के लिये सब मिलाकर बारह बछड़े, बारह मेढ़े, और एक एक वर्ष के बारह भेड़ी के बच्चे, अपने अपने अन्नबलि सहित थे; फिर पापबलि के सब बकरे बारह थे;

87. All the oxen for the burnt offering [were] twelve young bulls, the rams twelve, the male lambs in their first year twelve, with their grain offering, and the kids of the goats as a sin offering twelve.

88. और मेलबलि के लिये सब मिला कर चौबीस बैल, और साठ मेढ़े, और साठ बकरे, और एक एक वर्ष के साठ भेड़ी के बच्चे थे। वेदी के अभिषेक होने के बाद उसके संस्कार की भेंट यही हुई।

88. And all the oxen for the sacrifice of peace offerings were twenty-four bulls, the rams sixty, the male goats sixty, and the lambs in their first year sixty. This [was] the dedication [offering] for the altar after it was anointed.

89. और जब मूसा यहोवा से बातें करने को मिलापवाले तम्बू में गया, तब उस ने प्रायश्चित्त के ढकने पर से, जो साक्षीपत्रा के सन्दूक के ऊपर था, दोनों करूबों के मध्य में से उसकी आवाज सुनी जो उस से बातें कर रहा था; और उस ने ( यहोवा ) उस से बातें की।।

89. Now when Moses went into the tabernacle of meeting to speak with Him, he heard the voice of One speaking to him from above the mercy seat that [was] on the ark of the Testimony, from between the two cherubim; thus He spoke to him.



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