Ezekiel - यहेजकेल 34 | View All

1. यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा,

1. And the Word of Jehovah was to me, saying,

2. हे मनुष्य के सन्तान, इस्राएल के चरवाहों के विरूद्ध भविष्यद्वाणी करके उन चरवाहों से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता हे, हाय इस्राएल के चरवाहों पर जो अपने अपने पेट भरते हैं ! क्या चरवाहों को भेड़- बकरियों का पेट न भरना चाहिए?
यूहन्ना 10:8

2. Son of man, prophesy against the shepherds of Israel. Prophesy and say to them, to the shepherds, So says the Lord Jehovah: Woe to the shepherds of Israel who are feeding themselves! Should not the shepherds feed the flock?

3. तुम लोग चब खाते, ऊन पहिनते और मोटे मोटे पशुओं को काटते हो; परन्तु भेड़- बकरियों को तुम नहीं चराते।
यूहन्ना 10:8

3. You eat the fat and clothe yourselves with the wool, you sacrifice the fat ones, and you do not feed the flock.

4. तुम ने बीमारों को बलवान न किया, न रोगियों को चंगा किया, न घयलों के घावों को बान्धा, न निकाली हुई को फेर लाए, न खोइ्रर् इई को खोजा, परन्तु तुम ने बल और जबरदस्ती से अधिकार चलाया है।

4. You have not made the weak strong; and you have not healed the sick, and you have not bound up the broken. And the banished have not been brought back, and you have not sought the lost, but you rule them with force and with harshness.

5. वे चरवाहे के न होने के कारण तितर- बितर हुई; और सब वनपशुओं का आहार हो गई।
मत्ती 9:36, मरकुस 6:34, 1 पतरस 2:25

5. And they were scattered for lack of a shepherd. And they became food to all the beasts of the field when they were scattered.

6. मेरी भेड़- बकरियां तितर- बितर हुई है; वे सारे पहाड़ों और ऊंचे ऊंचे टीलों पर भटकती थीं; मेरी भेड़- बकरियां सारी पृथ्वी के ऊपर तितर- बितर हुई; और न तो कोई उनकी सुधि लेता था, न कोई उनको ढूंढ़ता था।
1 पतरस 2:25

6. My sheep strayed through all the mountains and on every high hill. And My sheep were scattered on all the face of the earth, and none searched, and none sought for them.

7. इस कारण, हे चरवाहो, यहोवा का वचन सुनो।

7. For this reason, shepherds, hear the Word of Jehovah:

8. परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है, मेरे जीवन की सौगन्ध, मेरी भेड़- बकरियां जो लुट गई, और मेरी भेड़- बकरियां जो चरवाहे के न होने के कारण सब वनपशुओं का आहार हो गई; और इसलिये कि मेरे चरवाहों ने मेरी भेड़- बकरियों की सुधि नहीं ली, और मेरी भेड़- बकरियों का पेट नहीं, अपना ही अपना पेट भरा;
मरकुस 6:34, यहूदा 1:12

8. As I live, declares the Lord Jehovah, surely because My sheep became a prey, and My sheep became food for all the beasts of the field, from not having a shepherd, and because My shepherds did not search for My sheep, but the shepherds fed themselves and did not feed the flock,

9. इस कारण हे चरवाहो, यहोवा का वचन सुनो,

9. so, O shepherds, hear the Word of Jehovah:

10. परमेश्वर यहोवा यों कहता हे, देखो, मैं चरवाहों के विरूद्ध हूँ; और मैं उन से अपनी भेड़- बकरियों का लेखा लूंगा, और उनको फिर उन्हें चराने न दूंगा; वे फिर अपना अपना पेट भरने न पाएंगे। मैं अपनी भेड़- बकरियां उनके मुंह से छुड़ाऊंगा कि आगे को वे उनका आहार न हों।

10. So says the Lord Jehovah: Behold, I am against the shepherds, and I will require My sheep from their hand and cause them to cease from pasturing the sheep. And the shepherds shall no longer feed themselves, for I will deliver My sheep from their mouth, and they will not be food to devour.

11. क्योंकि परमेश्वर यहोवा यों कहता है, देखो, मैं आप ही अपनी भेड़- करियों की सुधि दूंगा, और उन्हें ढूंढ़ूंगा।
लूका 15:4

11. For so says the Lord Jehovah: Behold, I Myself will search for My sheep, and seek them out.

12. जैसे चरवाहा अपनी भेड़- बकरियों में से भटकी हुई को फिर से अपने झुण्ड में बटोरता है, वैसे ही मैं भी अपनी भेड़- बकरियों को बटोरूंगा; मैं उन्हे उन सब स्थानों से निकाल ले आऊंगा, जहां जहां वे बादल और घोर अन्धकार के दिन तितर- बितर हो गई हों।

12. As a shepherd seeks his flock in the day that he is among his scattered sheep, so I will seek out My sheep and will deliver them from all the places where they were scattered in a day of cloud, and thick cloud.

14. मैं उन्हें अच्छी चराई में चराऊंगा, और इस्राएल के ऊंचे ऊंचे पहाड़ों पर उनको चराई मिलेगी; वहां वे अच्छी हरियाली में बैठा करेंगी, और इस्राएल के पहाड़ों पर उत्तम से उत्तम चराई चरेंगी।

14. I, even I, will feed them in a good pasture, and on the high mountains of Israel their fold shall be. They shall lie there in a good fold, and they shall feed in a fat pasture, all the mountains of Israel.

15. मैं आप ही अपनी भेड़- बकरियों का चरवाहा हूंगा, और मैं आप ही उन्हें बैठाऊंगा, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
यूहन्ना 10:11

15. I will feed My sheep, and I will make them lie down, declares the Lord Jehovah.

16. मैं खोई हुई को ढूंढ़ूंगा, और निकाली हुई को फेर लाऊंगा, और घायल के घाव बान्धूंगा, और बीमार को बलवान् करूंगा, और जो मोटी और बलवन्त हैं उन्हें मैं नाश करूंगा; मैं उनकी चरवाही न्याय से करूंगा।
लूका 15:4, लूका 19:10

16. I will seek the lost, and I will return the banished. And I will bind up the broken, and I will make the weak strong. But I will destroy the fat and the strong, I will feed them with judgment.

17. और हे मेरे झुण्ड, तुम से परमेश्वर यहोवा यों कहता है, देखो मैं भेड़- भेड़ के बीच और मेढ़ों और बकरों के बीच न्याय करता हूँ।
मत्ती 25:32

17. And you, My flock, so says the Lord Jehovah: Behold, I judge between lamb and lamb, between rams and he goats.

18. क्या तुम्हें यह छोटी बात जान पड़ती है कि तुम अच्छी चराई चर लो और शेष चराई को अपने पांवों से रौंदो; और क्या तुम्हें यह छोटी बात जान पड़ती है कि तुम निर्मल जल पी लो और शेष जल को अपने पांवों से गंदला करो?

18. Is it a small thing to you to have fed on the good pasture, but you must trample the rest of your pastures with your feet? And have you drunk of the clear waters, but the rest you must foul with your feet?

19. और क्या मेरी भेड़- बकरियों को तुम्हारे पांवों से रौंदे हुए को चरना, और तुम्हारे पांवों से गंदले किए हुए को पीना पड़ेगा?

19. And My sheep, what your feet have trampled, they must feed on, and they drink what your feet have fouled.

20. इस कारण परमेश्वर यहोवा उन से यों कहता है, देखो, मैं आप मोटी और दुबली भेड़- बकरियों के बीच न्याय करूंगा।

20. So the Lord Jehovah says this to them: Behold, I, even I, will even judge between the fat lamb and the lean lamb.

21. तुम जो सब बीमारों को पांजर और कन्धे से यहां तक ढकेलते और सींग से यहां तक मारते हो कि वे तितर- बितर हो जाती हैं,

21. Because you have thrust with side and with shoulder, and have pushed all the weak with your horns until you have scattered them to the outside.

22. इस कारण मैं अपनी भेड़- बकरियों को छुड़ाऊंगा, और वे फिर न लुटेंगी, और मैं भेड़- भेड़ के और बकरी- बकरी के बीच न्याय करूंगा।

22. I also will save My flock, and they shall no longer be for a prey. And I will judge between lamb and lamb.

23. और मैं उन पर ऐसा एक चरवाहा ठहराऊंगा जो उनकी चरवाही करेगा, वह मेरा दास दाऊद होगा, वही उनको चराएगा, और वही उनका चरवाहा होगा।
यूहन्ना 1:45, यूहन्ना 10:16, प्रकाशितवाक्य 7:17

23. And I will raise up over them one Shepherd. And He shall feed them. My servant David, He shall feed them, and He shall be their Shepherd.

24. और मैं, यहोवा, उनका परमेश्वर ठहरूंगा, और मेरा दास दाऊद उनके बीच प्रधान होगा; मुझ यहोवा ही ने यह कहा है।

24. And I, Jehovah, will be their God, and My servant David shall be a ruler among them. I, Jehovah, have spoken.

25. मैं उनके साथ शान्ति की वाचा बान्धूंगा, और दुष्ट जन्तुओं को देश में न रहने दूंगा; सो वे जंगल में निडर रहेंगे, और वन में सोएंगे।

25. And I will cut a covenant of peace with them and make evil beasts cease out of the land. And they shall live in the wilderness securely and sleep in the forests.

26. और मैं उन्हें और अपनी पहाड़ी के आस पास के स्थानों को आशीष का कारण बना दूंगा; और मेंह को मैं ठीक समय में बरसाया करूंगा; और वे आशीषों की वर्षा होंगी।

26. And I will make them and the places around My hill a blessing. And I will bring down the shower in its season, there shall be showers of blessing.

27. और मैदान के वृक्ष फलेंगे और भूमि अपनी उपज उपजाएगी, और वे अपने देश में निडर रहेंगे; जब मैं उनके जूए को तोड़कर उन लोगों के हाथ से छुड़ाऊंगा, जो उन से सेवा कराते हैं, तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ।

27. And the tree of the field shall give its fruit, and the earth shall yield its increase. And they shall be securely on their land. And they shall know that I am Jehovah when I have broken the staffs of their yoke, and have rescued them from the hand of those who enslaved them.

28. वे फिर जाति- जाति से लूटे न जाएंगे, और न वनपशु उन्हें फाड़ खाएंगे; वे निडर रहेंगे, और उनको कोई न डराएगा।
प्रकाशितवाक्य 6:8

28. And they shall not any more be a prey to the nations, and the beast of the land shall not eat them. But they shall live securely, and no one shall terrify them.

29. और मैं उनके लिये महान बारियें उपजाऊंगा, और वे देश में फिर भूखों न मरेंगे, और न जाति- जाति के लोग फिर उनकी निन्दा करेंगे।
1 तीमुथियुस 6:15

29. And I will raise up for them a noted planting place, and they shall not any more be of those gathered by famine in the land. And they shall not any more bear the shame of the nations.

30. और वे जानेंगे कि मैं परमेश्वर यहोवा, उनके संग हूँ, और वे जो इस्राएल का घराना है, वे मेरी प्रजा हैं, मुझ परमेश्वर यहोवा की यही वाणी हैं।

30. And they shall know that I, Jehovah their God, am with them, and they are My people, the house of Israel, declares the Lord Jehovah.

31. तुम तो मेरी भेड़- बकरियां, मेरी चराई की भेड़- बकरियां हो, तुम तो मनुष्य हो, और मैं तुम्हारा परमेश्वर हूँ, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।

31. And you, My sheep, the sheep of My pasture, you are men. I am your God, declares the Lord Jehovah.



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