10. सो जब मैं आऊंगा, तो उसके कामों की जो वह कर रहा है सुधि दिलाऊंगा, कि वह हमारे विषय में बुरी बुरी बातें बकता है; और इस पर भी सन्तोष न करके आप ही भाइयों को ग्रहण नहीं करता, और उन्हें जो ग्रहण करना चाहते हैं, मना करता है: और मण्डली से निकाल देता है।
10. Wherefore, if I come, I will remember his deeds which he doeth, prating against us with malicious words: and not content with that, neither doth he himself receive the brethren, and forbiddeth them that would, and casteth {them} out of the church.