1. हे बाशान की गायो, यह वचन सुनो, तुम जो सामरिया पर्वत पर हो, जो कंगालों पर अन्धेर करतीं, और दरिद्रों को कुचल डालती हो, और अपने अपने पति से कहती हो कि ला, दे हम पीएं!
1. Hear this word, ye cows of Bashan, that [are] in the mountain of Samaria, who oppress the poor, who crush the needy, who say to their masters, Bring, and let us drink.